दोस्तों अब तक आप यह तो जान ही चुके होंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की और किस तरह से होती हैं। EQUITY ya delivery, Intraday trading, BTST , STBT.
तो आज हम सबसे ज्यादा ट्रेडिंग की जाने वाली intraday trading इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं.
INTRADAY TRADING KYA HOTI HAI ?
INTRA + DAY जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है इंट्राडे यानी कि एक ही दिन के अंदर होने वाली ट्रेड। जी हां आपने बिल्कुल सही सुना यह ट्रेड एक ही दिन के अंदर में कंप्लीट कर दी जाती है।
यानी इसका मतलब यह हुआ कि मैंने WIPRO के चार्ट पर कुछ ऐसा पैटर्न देखा जिसको देखकर मैं उसका CE खरीद लेता हूं और मुझे 1 घंटे के अंदर ही 5 से 10 पॉइंट का ताबड़तोड़ उछाल दिखाई देता है। जिस कारण में 1 घंटे में ही अच्छा प्रॉफिट कमा कर ट्रेड से बाहर हो जाता हूं।
अब कुछ लोगों को लगेगा कि ऐसा भला कोई कैसे कर सकता है। जी हां दोस्तों ऐसा बिल्कुल वही कर सकता है जो Technical Analysis टेक्निकल एनालिसिस जानता है।
लेकिन सब लोगों का टेक्निकल एनालिसिस अलग-अलग तरीके से होता है । कुछ लोगों का एनालिसिस Candlestick pattern होता है तो कुछ लोगों का swing basis और कुछ का तो Indicater Basis trading भी होता है।
FUTURE AND OPTIONS TRADING के बारे में
कई लोग future and option mein trading करना पसंद करते हैं। यहां पर हम ज्यादा डिटेल में बात नहीं करके FnO को बहुत ही short में समझते हैं। Future मैं प्रीमियम बहुत कम decay होता है,
और बहुत महंगा और Risky होता है। इसलिए फ्यूचर में सिर्फ experienced लोग ही काम करना पसंद करते हैं, क्योंकि begginers बहुत अधिक महंगा होने के कारण और बहुत अधिक risky होने के कारण ट्रेड नहीं करना पसंद करते।
Future मैं जहां एक लाख से अधिक का कैपिटल लगता है वही ऑप्शंस में बहुत कम कैपिटल से भी हर कोई व्यक्ति काम कर सकता है। begginers के पास बहुत अधिक देर तक trade होल्ड करने की capacity भी नहीं होती है।
INTRADAY TRADING में सावधानी बरतने योग्य विशेष तथ्य
Basically intraday trading में traders अच्छा profit कमाने के लिए trade करते हैं। लेकिन उसके लिए हमें live market में कई बातें observe पड़ती है। जिनकी जानकारी हम विस्तार से देने जा रहे हैं_
मार्केट में सबका अपना अलग-अलग view होता है, सबकी अपनी अलग strategy होती है, और वे उसी के आधार पर अपना trade बनाते हैं।
मैं यहां पर आपको अलग-अलग से अवगत करवा रहा हूं जो आपको trade बनाते समय बहुत अधिक helpful हो सकती है।
1. Market ka Trend 📈📉 :-
दोस्तों मार्केट कभी भी एक ही direction में ऊपर या नीचे नहीं जाता है। अगर मार्केट का डायरेक्शन up side का हो तो मार्केट zig-zag direction में ऊपर जाता है ,
और यदि मार्केट डाउन डायरेक्शन में जा रहा है तब भी मार्केट zig-zag direction में हीं नीचे जाएगा। पता जब हमें मार्केट का ट्रेंड पता चल जाता है तब हम उसके basis पर trade करते हैं।
अतः जब मार्केट upside जा रही हो तब हमें CE side का trade identify करना होता है। अर्थात यदि हम ट्रेंड के डायरेक्शन में ट्रेड करते हैं और गलत भी होते हैं।
तब भी हमें नुकसान होने का डर बहुत कम होता है। और यदि मार्केट में trend के विपरीत हम trade करते हैं तब हमारा SL बहुत अधिक बार trigger होने का chance होता है। अर्थात बहुत अधिक Loss होने की संभावना होती है।
2. Swing basis trade:
जब हमें मार्केट का Trend या direction कंफर्म हो जाता है उसके बाद हम Swing basis ट्रेड करते हैं।
क्योंकि मार्केट कभी भी एक ही डायरेक्शन में ऊपर नहीं जाता है अतः जब मार्केट अपने support को retest करने आता है, तब हम वहां पर अपनी intraday position बना सकते हैं।
मार्केट में कई लोग swing के बेस पर ट्रेड बनाकर जल्दी ही अपना प्रॉफिट बुक करके ट्रेड से बाहर हो जाते हैं। क्योंकि अधिकतर trader intraday trading में ज्यादा risk नहीं लेना पसंद करते हैं। बल्कि intraday trader 1 से अधिक 2,3 या 4 trade तक कर लेते हैं।
3. Scalping basis trade:
जब मार्केट का ट्रेंड पता चल गया है, या support पर हमें Candlestik pattern बनता दिखाई देता है तब हम Scalping basis trade बनाते हैं जिसमें हमारा Target और SL कम समय अर्थात 30 मिनट 1 घण्टे में पूरा हो जाता है। और इस ट्रेड को ज्यादा समय के लिए Hold नहीं किया जाता है।
Scalping के लिए टाइम फ्रेम 1 मिनट 3 मिनट या 5 मिनट का रखा जाता है। Intraday trader Scalping basis par 1 से अधिक 2,3 या 4 trade तक कर लेते हैं।
4. Candlestick pattern basis trade:-
Candlestick pattern basis trade तब किया जाता है जब हमें Candles Formation का Knowledge होता है।
जब Live Market में morning star , evening star , dark cloud cover pattern, bullish harrami pattern , Bearish harami pattern, dozy , dragonfly, three white soldiers patterns बनते हैं तब हम अपना ट्रेड बनाते हैं ।
एक सफल trader के लिए मार्केट में कैंडलेस्टिक पेटर्न को सिखना बहुत अधिक आवश्यक है। क्योंकि live मार्केट में कैंडलेस्टिक पेटर्न को देखकर entry और exit किया जाता है, जो न कि Intraday बल्कि इक्विटी में भी बहुत अधिक सहायक है।
जिसका महत्व एक अच्छा और सफल trader अच्छी तरह से जानता है। लेकिन इसके लिए बहुत अधिक terms and conditions apply होती है, जिनका विस्तार से विवरण अगले लेख में सीखेंगे।
5. SUPPORT AND RESISTANCE BASIS TRADE:--
जब मार्केट up trend में होता है और ऊपर जाते समय अपने resistance को ब्रेक करने के बाद वापस retest करने आता है, तब तब वहां पर new entry बन जाती हैं।
अर्थात वहां पर trader अपनी ट्रेड की quantity को और अधिक बढ़ा लेते हैं , तथा जो trader पहले की ट्रेड में एंट्री नहीं बना पाते हैं वह यहां पर अपनी new entry बना लेते हैं।
Sideways Market में SUPPORT AND RESISTANCE का बहुत अधिक महत्व है, मार्केट एक दिन trending होने के बाद अगले 2 से 4 दिन Sideways रहता है।
और Sideways Market में SUPPORT AND RESISTANCE पर हम ce और pe का trade बनाते हैं। और छोटे SL के साथ बड़ा प्रॉफिट अर्थात 1:2 या 1:3 कमाते हैं।
6. Indicator basis trade:--
Live market में trade करते समय अनेक ऐसे useful indicator हैं जो समय-समय पर signal देते रहते हैं की मार्केट कहां support ले सकता है, कहां पर resistance है।
लाइव मार्केट में ट्रेड करते समय यह इंडिकेटर हमारे लिए बहुत सहायक होते हैं।
ऐसा ही एक इंडिकेटर super trend हैं , जो buy और sell सिग्नल का इंडिकेशन भी देता है। कहां पर हमें trade लेना चाहिए और कहां पर एग्जिट कर देना चाहिए।
लाइव मार्केट में यह इंडिकेटर मुझे बहुत useful लगा। इसके अलावा भी ऐसे अनेक यूजफुल इंडिकेटर है जिनका उपयोग लाइव मार्केट में करते हैं।MACD और super trend का उदाहरण आप लाइव मार्केट का ऊपर दी गई image पर देख सकते हैं।
निष्कर्ष :–
तो दोस्तों आज हमने इंट्राडे ट्रेडिंग पर जो पोस्ट लिखी है आपको बहुत अच्छी जानकारी दी है , और आशा करता हूं कि आप इस जानकारी का उपयोग करके अपने ट्रेडिंग सेटअप को और अच्छा बनाने में कामयाब होंगे।
किसी भी डाउट या जानकारी के लिए कमेंट बॉक्स में कमेंट अवश्य करें।
और नीचे दी गई लिंक से ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करें जिससे आपको छोटा-मोटा account opening benefit जरूर मिलेगा।