Types Of Trading In Share Market | शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार

नमस्कार दोस्तों यदि आप शेयर मार्केट के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और शेयर मार्केट को सीखना चाहते हैं और दोस्तों आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते हैं तो दोस्तों आपको शेयर मार्केट में की जाने वाली ट्रेडिंग के सभी प्रकारों के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप लोगों को शेयर बाजार में होने वाले मुख्य ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में जानकारी देने वाले हैं ।

दोस्तों यदि आप ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहते हैं तो आज के आर्टिकल को लास्ट तक जरूर read करें, यहां शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है ।

शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार



1. Equity Trading :-- 


EQUITY या DELIVERY TRADING,   ट्रेडिंग का वह प्रकार है जिसमें किसी भी कंपनी के शेयर को लंबे समय के लिए खरीदा जाता है। जिसकी अवधि 1 दिन , 1 महीना, 1 साल ,10 साल अथवा 50 साल हो सकती है ।

इसमें हम किसी भी स्टॉक को अपनी इच्छा के अनुसार जब हमें अच्छा प्रॉफिट हो , या जब हमारी इच्छा हो, या जरूरत हो तब हम उसे sell कर सकते हैं 

अर्थात किसी भी कंपनी के फंडामेंटल एवं विकास को एनालाइज/  विश्लेषण करके हम यह निर्णय लेते हैं कि यह कंपनी भविष्य के लिए बहुत अच्छा ग्रोथ कर सकती हैं क्योंकि वह कंपनी जो काम कर रही है ।

वह फ्यूचर में बहुत अधिक चलने लायक हैं, अर्थात उसकी भविष्य में बहुत अधिक डिमांड होने वाली हैं जो लोगों की जरूरत को पूरा करेगी।

उदाहरण के लिए हम एनर्जी स्टॉक को ले लेते हैं, आज बिजली की डिमांड इतनी अधिक बढ़ चुकी है कि उसकी आपूर्ति तो हर जगह उपलब्ध है लेकिन सबको बराबर नहीं मिल पा रही है।

इतनी अधिक महंगी होने के बावजूद भी यदि समय पर ना मिले तो बहुत बड़ी परेशानी हो सकती है। इसी कारण भविष्य के लिए एनर्जी या ऊर्जा के stocks को बहुत ज्यादा वरीयता दी जा रही है।

यदि हम छोटे स्तर पर बात करें तो Adani green, NTPC, ONGC, Power grid corporation, Adani power, suzlon, JP Power आदि ऐसे छोटे स्टॉक्स हैं जो भविष्य में बहुत अधिक वृद्धि कर सकते हैं जिनका stock market value अभी बहुत कम है। 

2. Future And Options Trading:--


Market मार्केट में रिटेलर्स और ऑपरेटर की सुविधा के लिए NSE और BSE में लिस्टेड अधिकतर स्टॉक फ्यूचर एंड ऑप्शंस की ट्रेडिंग उपलब्ध करवाते हैं। 

अर्थात chart 📈पर बनने वाले कई chart patterns  📉 को देखकर analyse करके की स्टॉक ऊपर जाने वाला है या नीचे उसकी CE (CALL) AND PE (PUT) खरीद लेते हैं। 

भारत के index जिनमें Nifty 50, Bank Nifty, finance Nifty, sensex and medicap Nifty etc. आदि इंडेक्स है जो Traders को फ्यूचर एंड ऑप्शंस की ट्रेडिंग का अवसर उपलब्ध करवाते हैं।

सभी index aur stocks main future and options mein trading karne ke liye अलग-अलग Lot size हैं। 

यह trading weekly and monthly expiry पर होती हैं। जहां पर traders को उनकी prediction के ऊपर profit and loss होता है।

3.Intraday Trading:--


intraday trading ko MIS Trading भी कहते हैं यह ट्रेडिंग weekli और monthli एक्सपायरी पर based होती ह

intraday trading में order place karte samay mis par click करके order execute किया जाता है जिसमें सुबह 9:15 बजे से शाम 15:25 से पहले आर्डर को सेल के लिए एग्जीक्यूट करना अनिवार्य होता है।

अर्थात हम जब भी किसी इंडेक्स की CE को BUY 9:15  के बाद कर सकते हैं और ठीक मार्केट बंद होने के पहले 15:25 से पहले ही सिल पर एग्जीक्यूट करना जरूरी होता है ।

क्योंकि अगर हम इंट्राडे पोजीशन को इस समय तक SELL नहीं करेंगे तो वह आर्डर ऑटोमेटिक MARKET PRICE पर उस पोजीशन को SELL कर देगा।


4. BTST Trading :-- 


यह ट्रेडिंग का ऐसा प्रकार है जिसमें हम मार्केट को एनालाइज करके किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के share ya CE व PE को buy करते हैं यह भी वीकली और मंथली एक्सपायरी पर ही उपलब्ध होते हैं। 

अर्थात इसमें हम किसी भी स्टॉक को एनालाइज करके उसकी कॉल को buy करना पसंद करते हैं , जिसे हम खरीदते तो आज हैं लेकिन उसे हम बेचने के लिए अगले दिन जैसे कल या परसों या उसके बाद में उसको बेचते हैं।

BTST की full form -- BUY TODAY SELL TOMORROW hoti hai.


इस trading की सबसे बड़ी कमी होती है कि इसमें हम SL नहीं लगा सकते हैं । जिसकी वजह से अगर market mein news based gap up ya gap down होता है तो बड़ा लॉस और प्रॉफिट भी हो सकता है।

5. STBT Trading :-


 इस trading में BTST का बिल्कुल उल्टा होता है, अर्थात किसी भी इंडेक्स या स्टॉक की CE या PE को आज बेचते हैं और कल आप परसों या बाद में खरीद सकते हैं।

यह जानकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा कि हम पहले ही किसी भी इंडेक्स की CE या PE को खरीदने से पहले ही कैसे बेच सकते हैं। 

जी हां शुरुआत में मैं भी बहुत आश्चर्यचकित हुआ था लेकिन यह एसटीबीटी ट्रेडिंग का हिस्सा है जिसमें हम आज किसी भी स्टॉक को बेचकर कल खरीद सकते हैं, लेकिन कैसे? 

kisi bhi index ya stock ke Lot को बेचने के लिए बहुत अधिक चार्ज देना पड़ता है। अर्थात उसकी वाली से कहीं ज्यादा गुना चार्ज हमें सेल करते समय देना पड़ता है तब हम उसको अगले दिन उसे खरीद सकते हैं।

STBT की FULL FORM:-- SELL TODAY BUY TOMMORO होती हैं।

यदि मार्केट एक ही रेंज में कई दिनों तक रहता है तो उसके Lot ki value theta Decay ke Karan बहुत कम हो जाती है।

trading ke dauran SL and TARGET ka bahut adhik mahatva hota hai.


आईये इसके  लिए आगे जानते हैं की SL क्या होता है।

A.  SL :--  


इसकी फुल फॉर्म होती है स्टॉप लॉस stop Loss.
जब भी हम ट्रेडिंग करते हैं तो हमारे रिस्क को कम करने के लिए हम SL लगाते हैं। अर्थात यदि हमारे प्रेडिक्शन से विपरीत हम जाते हैं तो sl हमें उस के विपरीत होने वाले loss से बचाता है ।

B. Target:--  


टारगेट भी ठीक उसी तरह से हमें लाभ दिलाता है जिस तरह से sl लॉस से बचाता है । हमारे प्रेडिक्शन के अनुसार हमारा टारगेट जैसे ही hit होता है तो हमारे द्वारा बनाई गई पोजीशन ce की बेच दी जाती है । और हम अपने घर बनाए की पोजीशन से बाहर हो जाते हैं।

Conclusion


आपकी इस आर्टिकल में हमने आप लोगों के साथ शेयर बाजार में की जाने वाली सभी ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई है।

दोस्तों यदि आप लोगों को हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो आप हमारे मेहनत को आपके दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें और यदि आपको कोई भी डाउट है तो आप हमें नीचे दिए जा रहे कॉमेंट बॉक्स में पूंछ सकते हैं हम आपको आपके सवाल का जवाब देने का प्रयास करेंगे ।

धन्यवाद 

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