जय श्री राम दोस्तों, शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत कैसे करें हिंदी में । बहुत लोग पूछते हैं कि आखिर Share Market me CMP Kya Hota Hai यानी शेयर बाजार में सीएमपी का मतलब क्या होता है, Cmp को Stock Market में किस तरह से देखा जाता है, CMP Kya Hota Hai ?
स्टॉक मार्केट में सीएमपी का उपयोग कैसे किया जाए। आदि बहुत से सवाल हैं जो एक नए निवेशक या बिगिनर ट्रेडर्स के लिए बहुत मुश्किल होता है। तब चलिए जानते हैं आखिर इन सब सवालों के जवाब इसी पोस्ट में यहीं पर।
CMP Meaning in share Market In Hindi | CMP in Stock Market
CMP का उपयोग शेयर बाजार में Stock Treding के संदर्भ में किया जाता है। इसे किसी भी स्टॉक की वर्तमान मार्किट वैल्यू के रूप में देखा जाता हैं, जिस प्राइस पर वह शेयर बाजार में ट्रेड कर रहा होता है ।
यह उस कीमत के बारे में बताता है, जिस पर कोई भी Stock इक्विटी में वर्तमान में (NSE व BSE आदि) एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर रहा होता हैं ।
CMP in Share Market Meaning in Hindi |
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CMP Full Form In Stock Market
CMP का full form Current Market Price होता हैं। बिजनेस जब भी CMP के बारे में जानना चाहते हैं तो सीएमपी का मीनिंग और फुल फॉर्म इंग्लिश के साथ-साथ हिंदी भाषा में भी जानना चाहते हैं । तो आईए जानते हैं की हिंदी में सीएमपी का फुल फॉर्म क्या होता है।
CMP का फुल फॉर्म हिंदी में
शेयर मार्केट में करंट मार्केट प्राइस अर्थात "वर्तमान व्यापारिक मूल्य" होता हैं। वर्तमान व्यापारिक मूल्य का अर्थ होता है कि किसी भी शेयर का वह प्राइस जिस पर वह शेयर वर्तमान समय में ट्रेड कर रहा है।
यह शेयर बाजार के ट्रेडिंग टाइम के दौरान होने वाले कीमत में होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है । शेयर बाजार में ट्रेड कराने वाले सभी स्टॉक NSE व BSE दोनों ही एक्सचेंज पर या किसी एक एक्सचेंज पर लिस्टेड होना आवश्यक है।
यदि कोई भी स्टॉक जो यहां पर लिस्टेड नहीं है वह शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध नहीं होता है। चाहे कोई कंपनी कितनी ही बड़ी हो, कितने ही करोड़ों का कारोबार कर रही हो । लेकिन शेयर बाजार में लिस्टेड होना अनिवार्य है । जिसके लिए बहुत टर्म्स एंड कंडीशंस अप्लाई होती है जिन्हें सभी कंपनियां फॉलो करने के बाद दोनों ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हो सकती है।
CMP क्या होता हैं?
सीएमपी किसी एक स्टॉक के संदर्भ में नहीं बल्कि NSE व BSE आदि एक्सचेंज पर उपलब्ध सभी स्टॉक्स के वर्तमान व्यापारिक मूल्य अर्थात जिस पर वह चालू मार्केट के समय में ट्रेड कर रहा है उस स्टॉक का वर्तमान व्यापारिक मूल्य CMP कहलाता है। प्रत्येक स्टॉक का करंट मार्केट प्राइस सभी उपलब्ध ब्रोकरों के पास मार्केट ओपनिंग से क्लोजिंग तक हर समय , हर क्षण बदलता रहता है।
जिस समय हम स्टॉक मार्केट में उपलब्ध सभी स्टॉक का सीएमपी जब हम देख रहे होते हैं तो उस स्टॉक का सीएमपी क्या चल रहा है आसानी से वह पता हो जाता है।
cmp का उपयोग कैसे करें ?
- मार्केट ओपनिंग के समय जब एक ट्रेडर किसी भी स्टॉक को खरीदना चाहता है, तब वह उस स्टॉक का फंडामेंटल्स और मार्केट में परफॉर्मेंस तथा वह कम्पनी किस तरह का काम कर रही है ।
- वह कंपनी जो भी पदार्थ का उत्पादन कर रही है , वह भविष्य में कितना अधिक चलने वाला है या कितनी अधिक डिमांड रहने वाली है । उस बेसिस पर किसी भी स्टॉक को लॉन्ग टर्म के लिए खरीदा जा सकता है।
- लेकिन जब लेकिन जब किसी भी स्टॉक को शॉर्ट टर्म या इंट्राडे के लिए खरीदा जाता है तब हम उसे स्टॉक का करंट मार्केट प्राइस जरूर देखते हैं, और सीएमपी देखने के बाद ही हम किसी स्टॉक को इंट्राडे के लिए खरीदते हैं।
- जरूरी नहीं की किसी भी स्टॉक को सिर्फ और सिर्फ cmp देखकर ही खरीदा जाए और भी बहुत कुछ देखना होता है। मगर हम किसी भी स्टॉक या ऑप्शंस को खरीदते समय सीएमपी को जरूर देखते हैं अर्थात इसे इग्नोर नहीं कर सकते हैं।
- शेयर बाजार में मार्केट ओपनिंग के समय ही किसी स्टॉक का प्राइस up और down बहुत अधिक होता है जिस कारण से भी cmp को देखना आवश्यक हो जाता है ।
- इंट्राडे में ट्रेड करने के लिए कई बार बाजार कंसोलिडेटेड या एक ही रेंज में चल रहा होता है तब सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर भी trade बनाया जा सकता है।
Support and Resistance in share Market
जब भी हम किसी इंडेक्स या स्टॉक में ट्रेड कर रहे होते हैं तब उसे स्टॉक का सपोर्ट और रेजिस्टेंस को मार्क कर लेना चाहिए क्योंकि मार्केट कभी भी एक ही डायरेक्शन में नहीं जाता है। इसलिए स्टॉक मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस को ध्यान में रखकर ट्रेड करना चाहिए
शेयर मार्केट में सपोर्ट क्या होता है?
शेयर बाजार में जब भी कोई स्टॉक किसी एक ट्रेंड up या down मैं चल रहा होता है तब जिगजेग – जिगजेग की तरह चलता है। एक निश्चित कीमत के बाद कोई भी स्टॉक कुछ समय के लिए जैसे 1 घंटे, दो घंटे या कुछ दिनों के लिए एक ही रेंज में ट्रेड करता है, तब डाउन साइड में जहां पर मार्केट नीचे आने के बाद सपोर्ट लेकर वापस ऊपर जाता है वही लेवल शेयर बाजार में सपोर्ट कहलाता है।
सपोर्ट लेवल या तो पहले लिया हुआ रेजिस्टेंस लेवल हो सकता है या फिर बहुत पुरानी कंसोलिडेशन की रेंज होती है जहां पर कोई भी स्टॉक या शेयर बाजार सपोर्ट लेता है।
शेयर बाजार में रेजिस्टेंस क्या होता है?
शेयर बाजार में जब भी कोई स्टॉक किसी एक ट्रेंड up या down मैं चल रहा होता है तब जिगजेग – जिगजेग की तरह चलता है। एक निश्चित कीमत के बाद कोई भी स्टॉक कुछ समय के लिए जैसे 1 घंटे, दो घंटे या कुछ दिनों के लिए एक ही रेंज में ट्रेड करता है, तब ऊपर के लेवल से जहां कोई भी स्टॉक बार-बार नीचे गिरता है वही शेयर बाजार में रेजिस्टेंस कहलाता हैं।
रेजिस्टेंस लेवल गिरते हुए मार्केट में या तो पुराना सपोर्ट लेवल हो सकता है या पहले कई बार लिया हुआ रेजिस्टेंस हो सकता है जहां से मार्केट कई बार नीचे गिर जाता है।
stock market ka trend 📈
📉 शेयर बाजार की दिशा
शेयर बाजार जब भी up ट्रेंड में चलता है , तब कभी भी एक ही रफ्तार से ऊपर नहीं जाता है बल्कि वह जिगजाग जिगजाग की तरह चलता है। अर्थात ऊपर बढ़ने के बाद एक निश्चित पॉइंट तक जाने के बाद वहां से रेजिस्टेंस लेकर नीचे गिरता है ।और सपोर्ट पर आकर ग्रीन कैंडल बनाने के बाद फिर से ऊपर बढ़ने लगता है।
इसी तरह से शेयर बाजार में डाउन पेमेंट के समय भी शेयर बाजार अप डाउन अप डाउन होकर ही नीचे गिरता है। कभी भी डायरेक्ट नीचे नहीं गिरेगा सपोर्ट और रेजिस्टेंस को रिस्पेक्ट करने के बाद ही शेयर बाजार नीचे गिरता है।
Disclaimer
यहां पर हमारे द्वारा दी गई समस्त जानकारी ट्रेडिंग में अपने जानकारी को बढ़ाने के लिए हैं ट्रेड करने के लिए किसी भी प्रकार से बाधित नहीं किया गया है। अतः यदि इस जानकारी को पढ़ने के बाद आप ट्रेड करते हैं तो वह समस्त जिम्मेदारी स्वयं की होगी।
जय श्री राम 🙏🙏