जय श्री राम दोस्तों यदि आप भी शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश करते हैं, तब आपको LTP की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
सामान्य रुप से शेयर बाजार में बिगनर्स को LTP के साथ साथ अन्य बहुत सारी जानकारी होना आवश्यक है । तो लिए हम आज के इस एपीसोड में LTP की जानकारी हासिल करते हैं।
LTP क्या होता है | LTP full form Meaning In Share Market In Hindi
LTP का पूरा नाम Last Trade Price/Last Traded Price है। आखिरी व्यापारिक मूल्य वह मूल्य है जिस पर किसी विशेष शेयर के एक क्रेता (खरीदने वाला) और विक्रेता ( बेचने वाला ) के बीच व्यापार होता है। व्यापारिक मात्रा वह संख्या है , जिसमें शेयर एक विशेष मूल्य और समय पर खरीदे व बेचे जाते हैं।
LTP शेयर बाजार में किसी भी शेयर/ स्टॉक का अंतिम व्यापारिक मूल्य होता है जबकि यही LTP शेयर बाजार में किसी भी इंडेक्स के अंदर भी बिल्कुल इसी तरह से काम करता है जिस तरह से यह किसी स्टॉक में काम करता है।
शेयर बाजार में LTP का चयन
- शेयर बाजार में LTP का महत्व समझाने के लिए दो स्टॉक का चयन करते हैं जिसमें पहला स्टॉक Jio Finance services और दूसरा स्टॉक Reliance का लेते हैं।
- Reliance के मालिक मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस से De–merge होने के बाद Jio Finance services का निर्माण हुआ।
- अब रिलायंस स्टॉक के अंदर कोई भी ट्रेडर उसका स्टॉक खरीदने के साथ साथ फ्यूचर भी खरीद और बेच सकते हैं , साथ ही साथ रिलायंस के स्टॉक का CE व PE को भी खरीद और बेच सकते हैं।
- लेकिन Jio Finance services के अंदर कोई भी ट्रेडर सिर्फ और सिर्फ स्टॉक को खरीद सकता है उस स्टॉक का CE व PE को खरीद और बेच नहीं सकता। क्योंकि एक्सचेंज ने इसकी अनुमति नहीं दी है।
- अब इन दोनों स्टॉक के माध्यम से हम जान गए हैं कि खरीदने और बेचने की अलग-अलग terms and conditions के अनुसार स्टॉक, फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस आदि को खरीदने और बेचने का तरीका अलग-अलग होता है ।
- लेकिन इन सब में LTP एक ही तरीके से काम करता है , वह भी अंतिम व्यापारिक मूल्य पर ही कार्य करता है , अब चाहे वह कोई एक पेनी स्टॉक हो, इंडेक्स या बड़ा कोई बड़ा शेयर जैसे MRF ही हो।
LTP से ट्रेडिंग कैसे करें
जैसे एक दिन एक ट्रेडर रमेश बेनीवाल ने 20000 शेयर खरीद रखे हैं और वह उन 20000 share को आज के ट्रेडिंग डे पर ही बेचना चाहता है तब उसके अनुसार " LTP शेयर बाजार में किया जाने वाला एकमुश्त लेनदेन है।"
जिसके अन्दर , एक खरीदार और विक्रेता एक अनुबंध में प्रवेश करते हैं जिसमें विक्रेता को एक निश्चित तिथि पर , एक निश्चित मूल्य पर , निश्चित संख्या में शेयर बेचने होते हैं।
लेन-देन का मूल्य शेयरों की संख्या के अनुसार निर्धारित किया जाता हैं, जैसे कि रमेश बेनीवाल ने 20000 शेयर बेचने हैं।
LTP Price in share market
LTP Price क्योंकि यह अंतिम व्यापारिक कीमत या मूल्य के अनुसार चलता है और यह प्रत्येक सेकंड में चेंज होता है या बदलता है।
तब कोई भी ट्रेडर जो निश्चित समय में ट्रेड कर रहा है वह LTP प्राइस पर ही ट्रेड करता है , अन्यथा या तो उसका ट्रेड एग्जीक्यूट नहीं होता या फिर आधा अधूरा ही एग्जीक्यूट होता है या दूसरी कंडीशन के अनुसार सारी quantity एक साथ ही एग्जीक्यूट हो जाती है।
Share Market में LTP Price सभी स्टॉक का हर समय अलग-अलग होता है। शेयर बाजार में एक स्टॉक का LTP Price को देखकर किसी दूसरे स्टॉक को किसी भी कंडीशन में खरीदा अथवा बेचा नहीं जाता है। जिसका कारण सिर्फ और सिर्फ यही है कि यह प्राइस हर समय हर सेकंड में कई बार बदलता रहता है।
Disclaimer:
यहां पर हम अपना व्यू आपके साथ शेयर करते हैं, जिसका बिल्कुल भी किसी भी प्रकार का निवेश करने से कोई संबंध नहीं है। अतः यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो इस बात को हमेशा ध्यान रखें।
"म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम पर आधारित होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। "