What is OTM vs ITM vs ATM? / ओटीएम एटीएम और आईटीएम क्या है?

Hello everyone, welcome back to my website www.sharemarketaz.com . Today we are going to discuss about ATM, ITM and Otm in share market. Whenever a beginner trader start journey into share market in trading session, he face into many problems and troubles in share market. 

ATM Meaning in hindi 


सामान्यतया ATM ka full form – Automated Teller machine होता हैं । जिसे की हिंदी में "स्वचलित मुद्रा गणक यन्त्र" कहा जाता है। जो कि अपने बैंक खाते के पैसे निकालने के काम आता है, जिसमें डेबिट कार्ड (Debit Card), रुपए कार्ड (रुपए Card) , वीजा कार्ड ( Visa Card) आदि पैसा निकालने का माध्यम है। 

एटीएम बैंक खाते से पैसा निकालने के साथ-साथ और भी अन्य वित्तीय गतिविधियों को पुरा करने का काम करते हैं। एटीएम एक ऐसी मशीन है, जो कंप्यूटर और मेक्ट्रोनिक्स तकनीक का उपयोग करके स्वचालित रूप से हमें हमारी मांग के अनुसार पैसा देती है।

लेकिन जब हम शेयर बाजार की बात करते हैं तब एटीएम का meaning बिल्कुल ही बदल जाता है और उसका अर्थ भी बिल्कुल अलग होता है जिसे हम नीचे discuss करने वाले हैं।

 Trading in Share Market


शेयर बाजार में किसी भी स्टॉक को खरीदना और बेचना बहुत ही आसान है, लेकिन उस स्टॉक को कब और कहां पर खरीदना चाहिए तथा कहां पर उस स्टॉक को बेचना चाहिए। 

किसी भी स्टॉक को सपोर्ट पर खरीद कर रेजिस्टेंस के पास बेचना चाहिए लेकिन ऐसा तब होता है जब वह ट्रेडर शेयर मार्केट के बारे में अच्छी तरह से जानकारी रखता हो ।

Trading के दौरान उचित Strike Price सलेक्ट करना चाहिए। जिससे कि एक ट्रेडर शेयर बाजार में अच्छी तरह से कमाई Profit को बढ़ा सके या होने वाले Loss को कम कर सके।

What Is Strike Price In Share Market / Strike Price Meaning In Share Market In Hindi


"Share Market Mein Strike Price किसी भी स्टॉक कि वह Price होती है जिस पर वह trade कर रहा होता है और उसके नज़दीक ऊपर और नीचे बहुत दूर की ऊपर या नीचे की स्ट्राइक price जहां पर ट्रेडर्स को ट्रेडिंग के लिए मिलती है। इसे शेयर बाजार में स्ट्राइक प्राइस का चयन करना कहते हैं।"

Three Types Of Strike Price In Share Market


स्टॉक मार्केट में जिस भी प्राइस को ट्रेडर्स ट्रेडिंग के लिए चुनते हैं उसे तीन भागों में बांटा जाता है। जिनका नाम इस प्रकार हैं: 

1. ATM 
2. ITM 
3. OTM 

Traders जब भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के उद्देश्य से आते हैं तब प्रत्येक ट्रेडर्स को यह ध्यान रखना होता है कि यदि गलत स्ट्राइक प्राइस का चयन करता है तो theta decay की वजह से बहुत अधिक नुकसान होने की संभावना होती है।

Option trading mein ITM OTM ATM क्या होता है।

1. Atm Full Form & Meaning In Stock Market In Hindi


ऑप्शन में एटीएम और ओटीएम क्या है?


ATM ka Full Form in stock market ' At The Money ' होता हैं। अर्थात कोई भी स्टॉक जो भी प्राइस पर चल रहा है उसके बिल्कुल नजदीक का स्ट्राइक price जो ce या pe का हो सकता हैं। share Market में Atm strike price At The Money कहलाता है।

  • इसको उदाहरण के साथ समझते हैं जैसे अभी बैंक निफ्टी Bank Nifty में 46 510 रुपए का प्राइस चल रहा है। तब इसके लिए atm एटीएम प्राइस 46 500 का ce व pe होगा।
  • जब भी कोई ट्रेडर्स ट्रेडिंग के लिए स्ट्राइक प्राइस को चुनता है तब उसे atm strike price को चुनने पर theta decay की समस्या का सामना कम करना पड़ता है जबकि Otm strike price में बहुत अधिक theta decay होता हैं।
  • यदि मार्केट ट्रेडर्स के द्वारा चुनी गई price के अनुरूप movement करता है तब भी उस प्राइस का वैल्यू बहुत अधिक नहीं बढ़ता है लेकिन एक लिमिट के अनुसार ठीक तरह से बढ़ जाता है।

2. OTM Full Form & Meaning In Share Market In Hindi


OTM ka Full Form in Share market ' Out The Money ' होता हैं। अर्थात कोई भी स्टॉक जिसका जो भी प्राइस पर चल रहा है उसके बहुत दूर का स्ट्राइक price जो ce या pe दोनों हो सकता हैं। share Market में Otm बहुत दूर का strike price 'Out The Money' कहलाता है।

  • इसको एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं जैसे निफ्टी – 50 अभी वर्तमान समय में 22050 की price पर चल रहा है तब निफ्टी – 50 के लिए 22000 के नीचे की सभी pe अर्थात put option तथा 22100 के ऊपर की सभी ce अर्थात call आउट द मनी Out The Money OTM strike price कहलाता है ।

Is it better to buy ATM or OTM?


  • जब भी कोई ट्रेडर्स ट्रेडिंग के लिए स्ट्राइक प्राइस को चुनता है तब उसे otm strike price को चुनने पर theta decay की समस्या का बहुत अधिक सामना करना पड़ता है । इसलिए ओ टी एम की अपेक्षा एटीएम को चुनना ज्यादा सही है। 
we can say ATM price is more better than otm strike price .

  • यदि otm स्ट्राइक प्राइस को चुनने के बाद स्टॉक में consolidation faze आता है तब उस प्राइस का वैल्यू बहुत अधिक thetha decay होने के कारण बहुत कम हो जाता है और ट्रेडर्स को इस स्ट्राइक प्राइस चुनने पर बहुत अधिक नुकसान को उठाना पड़ सकता है।
  • और यदि एक्सपायरी expiry वाले दिन इस स्ट्राइक प्राइस का चयन करते हैं और अपने विरुद्ध यानी विपरीत दिशा में स्टॉक मार्केट जाता है तब ट्रेडर्स को बहुत अधिक या 100% तक लॉस Loss उठाना पड़ सकता है क्योंकि theta decay की वजह से बहुत जल्दी ही सभी Otm प्राइस की वैल्यू प्रीमियम zero हो जाती है।


3. ITM Full Form & Meaning In Share Market In Hindi


  • ITM ka Full Form in Share market ’In The Money' होता हैं। अर्थात कोई भी स्टॉक जिसका जो भी प्राइस पर चल रहा है उसके बहुत inside अंदर का स्ट्राइक price जो ce या pe दोनों हो सकता हैं। share Market में Itm बहुत अधिक अंदर का strike price 'In The Money' कहलाता है।
  • स्टॉक मार्केट में जो पैसा ज्यादा लगाएगा वो ज्यादा पैसा कमाएगा । ITM के लिए सटीक बैठता हैं।
  • इसको एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं जैसे सेंसेक्स का प्राइस अभी वर्तमान समय में 72748 चल रहा है तब इसके लिए 72600 से नीचे की सभी ce और 72900 से ऊपर की सभी pe स्ट्राइक प्राइस Itm strike price कहलाती हैं।
  • ITM का प्रीमियम बहुत तेजी से spike के साथ बढ़ता है।

Which is better OTM or ITM?


As an ITM option has a value that is intrinsic and is priced at more than an ATM and OTM option.
so ITM is much better than otm because of theta decays problem and Gama blast and much more.

What Is Support In Share Market / शेयर मार्केट में सपोर्ट क्या होता है हिंदी में ?


''support एक ऐसा level होता हैं जिस लेवल पर शेयर मार्केट में कोई भी स्टॉक बार-बार उस निश्चित लेवल को रिस्पेक्ट करता है और गिरते मार्केट में उस support level से वह स्टॉक bullish candlestick patterns बनाकर वहां से ऊपर चला जाता है।''


अर्थात एक ऐसा लेवल जहां bull and bears के बीच तगड़ी fight होती है और Bulls शेयर मार्केट को तेजी के साथ ऊपर ले जाते हैं और उस लेवल से मंदी खत्म हो जाती हैं।

Support and Resistance meaning in stock market 

What Is Resistance In Share Market/ शेयर बाजार में रेजिस्टेंस क्या होता है हिंदी में?


"Resistance एक ऐसा लेवल होता है जहां से शेयर बाजार में कोई भी स्टॉक तेजी के साथ ऊपर बढ़ने पर उस निश्चित लेवल का बार-बार रिस्पेक्ट करता है और उस लेवल पर bearish candlestick pattern बनाकर बार-बार नीचे गिर जाता है। जो पिछली बार गिरते हुए मार्केट में support का काम किया था । तेजी के साथ बढ़ते मार्केट में वही लेवल रजिस्टेंस का काम करती है।" 

अर्थात एक ऐसा लेवल जिसमें bulls and bears के बीच तगड़ी fight होती है और Bears शेयर मार्केट को मंदी के साथ नीचे ले जाते हैं और उस लेवल से तेजी खत्म हो जाती हैं।


Disclaimer:

इस एपीसोड में हमने जो जानकारी दी है नए ट्रेडर्स के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी लेकिन किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग करने से पहले अपने विवेक का उपयोग करें क्योंकि इसमें होने वाला लाभ और हानि की समस्त जिम्मेदारी स्वयं की होती है।







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