नमस्कार दोस्तों, आज के इस एपीसोड मैं आप सभी का स्वागत करता हूं और अब बात करते हैं अपने टॉपिक पर। पिछले आर्टिकल में हमने Bullish Kicker Candlestick Pattern के बारे में बात की थी , और आज के इस आर्टिकल में हम Bearish kicker Candlestick Pattern के बारे में विस्तार से जानेंगे !
आज के इस आर्टिकल में हम शेयर मार्केट में बनने वाले विभिन्न प्रकार के कैंडलस्टिक पेटर्न्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। जिसमें से आज के के पैटर्न का नाम bearish kicker candlestick pattern in hindi है
जैसा की नाम से ही स्पष्ट है यह एक bearish kicker अर्थात् शेयर मार्केट में मंदी को दर्शाने वाला पैटर्न है जो हमेशा चार्ट के टॉप पर बनता है ! इस प्रकार के पैटर्न में पहली कैंडल हरी (green) होती है और दूसरी कैंडल लाल (red) होती है ।
तो दोस्तों, यहां पर हम इस पैटर्न के बनने पर स्टॉक मार्केट में किस तरह से तेजी या मंदी का मूवमेंट देखने को मिल सकता है। उसके बारे में विस्तार से जानेंगे और साथ ही साथ हमें इस पैटर्न के बनने पर किस तरह की ट्रेड लेना चाहिए, इस पर चर्चा करेंगे।
Bearish kicker Candlestick Pattern क्या होता है?
Bearish kicker Candlestick Pattern दो कैंडल स्टिक पैटर्न है जो दो कैंडल बनने के बाद इसकी फॉर्मेशन होती है।जिसमें पहली कैंडल up trend के दौरान बड़ी ग्रीन मारूबाजू कैंडल बनती है उसके बाद दूसरी कैंडल गैप डाउन के साथ खुलने के बाद बड़ी रेड मारूबाजू कैंडल बनती है, अगर यह पैटर्न resistance level के पास दिखाई देता है तो मंदी का संकेत मिलता है जिसे हम बीयरिस कीकर कैंडलेस्टिक पेटर्न ( Bearish kicker candlestick pattern) कहते हैं।
ऐसा तब होता है जब कोई भी स्टॉक अप ट्रेड में चल रहा हो और किसी विशेष रेजिस्टेंस लेवल पर बेयरिश कीकर कैंडलेस्टिक पेटर्न बनाता है तब इस कैंडल की फॉर्मेशन के साथ ही यह कंफर्म हो जाता है कि अब शेयर मार्केट में ट्रेंड रिवर्सल होने का समय आ गया है और यहां से गिरावट शुरू हो सकती है।
अर्थात अब तक बाजार up trend में चल रहा था लेकिन इस पैटर्न के बनने के बाद अब बाजार में गिरावट के संकेत मिल चुके हैं और शेयर बाजार यहां से नीचे गिर सकता है।
बेयरिश कीकर कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान कैसे करें?
बेयरिश किकर कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान करना काफी आसान है । जिसे देखने पर आसानी से पहचाना जा सकता है जिसकी मुख्य विशेषताएं नीचे बता रहे हैं।
- यह पैटर्न शेयर मार्केट में तेजी के समय टॉप पर बनना चाहिए।
- इस पैटर्न के बनने के बाद मार्केट में मंदी या गिरावट बहुत तेजी से आती है।
- बेहतर रिजल्ट के लिए रेजिस्टेंस पर जाकर यह कैंडलेस्टिक पेटर्न बनना चाहिए।
- इसमें पहली केंडल एक तेजी (Bull ) वाली कैंडल बनना चाहिए।
- इसमें दूसरी कैंडल गेप डाउन के साथ ओपनिंग होने के बाद मंदी वाली कैंडल बनना चाहिए।
- पहली और दूसरी दोनों कैंडल के मध्य गैप अवश्य रहना चाहिए।
- दूसरी कैंडल पहली कैंडल के नीचे ओपन होकर नीचे मारूबाजू कैंडल बनाकर क्लोजिंग दे, तो यह पैटर्न बहुत अधिक मजबूत होता है ।
- इस पैटर्न के अंतर्गत बनने वाली कैंडल्स का आकार अधिक होता है।
- कभी-कभी इस कैंडल में वीक /length अधिक होने के कारण मारूबाजू कैंडल जैसी दिखती है तब भी यह इफेक्टिव मानी जाती है ।
- इस पैटर्न पर ट्रेड करने वाले सभी ट्रेडर्स को स्टॉप लॉस पहले कैंडल के हाई प्राइस पर अवश्य लगाना चाहिए।
Bearish kicker candlestick pattern in hindi with example
बेयरिश कीकर कैंडलेस्टिक पेटर्न शेयर मार्केट में तेजी के समय रेजिस्टेंस लेवल पर बनता है। जो तेजी के साथ गिरावट का संकेत देता है।
इस पैटर्न के बनने के बाद मार्केट अप ट्रेड से डाउन ट्रेंड में बदल जाता है इसलिए इसे ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न अर्थात तेजी से मंदी bears की ओर गिरावट की ओर जाने वाला पैटर्न कहते हैं।
इस पैटर्न का निर्माण रेजिस्टेंस लेवल पर हो तब यह बहुत अच्छी तरह से काम करता है अर्थात गिरावट बहुत अधिक तेजी के साथ आने के आसार बन जाते हैं।
यहां से बुल्स अर्थात तेजी वालों की ताकत कम और bears मंदी अर्थात गिरावट वालों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ जाती है जिसके साथ यह up trend से सीधा डाउन ट्रेंड में बदल जाता है।
उसके बाद इसमें हमको एक बड़ी green मारूबाजू जैसी कैंडल दिखाई देगी जो की तेजी bull को प्रदर्शित करती हैं।
लेकिन उसके तुरंत बाद दूसरी कैंडल एक मंदी bears वाली red मारूबाजू कैंडल बनती हैं,जो की प्रथम कैंडल के क्लोजिंग पॉइंट से निचे अर्थात् गैप down ओपन होती हैं।
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Bearish Kicker Candlestick Pattern पर ट्रेड कैसे करे ?
- अगर आप बियरिश किकर कैंडलस्टिक पैटर्न पर ट्रेड करने की सोच रहे हैं तब सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यह पैटर्न चार्ट पर किसी भी stocks या Index में एक लम्बी तेजी के बाद टॉप पर बनता है ।
- इस पैटर्न पर ट्रेड लेने के लिए यह confirm कर लेना चाहिए कि क्या बियरिश किकर पैटर्न पुरी तरह से बन चूका है ।
- इसके बाद आपको तीसरी कैंडल के ओपन होने का इंतजार करना है ।
- अब जैसे ही तीसरी कैंडल अपनी पिछली कैंडल के बराबर या low price के नीचे ओपन होती है तो या low price पॉइंट के नीचे ट्रेड करना शुरू कर देती है तब आप यहाँ पर अपनी ट्रेड को execute कर सकते है !
- इस पैटर्न पर आप पहली ग्रीन कैंडल के हाई का स्टॉप लॉस लगा सकते है ! अगर यहाँ पर स्टॉप लॉस बड़ा है तो आप दूसरी रेड कैंडल के high price का स्टॉप लॉस लगा सकते है !
Disclaimer
यहां पर हमारे द्वारा दी गई समस्त जानकारी ट्रेडिंग में अपने नॉलेज को बढ़ाने के लिए हैं। मैं किसी भी तरह का सेबी रजिस्टर्ड अधिकारी नहीं है और ना ही किसी ट्रेड के लिए टिप्स देता हूं। अतः यहां पर मेरे द्वारा कोई भी ट्रेड करने के लिए किसी भी प्रकार से बाधित नहीं किया गया है।
अतः यदि इस जानकारी को पढ़ने के बाद आप ट्रेड करते हैं तो वह समस्त जिम्मेदारी स्वयं की होगी। क्योंकि ट्रेडिंग से होने वाले समस्त लाभ और हानि के लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे।
जय श्री राम 🙏🙏