Bullish Engulfing Pattern in Hindi

नमस्कार दोस्तों, मैं नन्द लाल सैनी अपने ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत करता हूं, यदि आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आपके लिए यह पोस्ट बहुत ही लाभदायक होने वाली है क्योंकि हम यहां पर आपको ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जो शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग दोनों के लिए बहुत ही जरूरी और आवश्यक है। 

तो दोस्तों आज हम यहां पर बात करने वाले हैं bullish engulfing pattern in hindi, शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए जब भी हम रेडी होते हैं तो हमें स्टॉक मार्केट में कुछ ऐसे पैटर्न, चार्ट पेटर्न, या ऐसे इंडिकेटर खोजने होते हैं जो हमें यह सिग्नल देते हैं कि अब हमें स्टॉक बाजार में खरीदारी या बिकवाली कब और किस तरह से करनी चाहिए। 

अर्थात जब भी मार्केट में बूलिस व्यू में काम करना होता है तब हमें शेयर मार्केट में बुलिस अर्थात तेजी का सिग्नल देने वाले चार्ट पेटर्न्स को चार्ट पर ढूंढना होता है और यदि हम बेयरिश व्यू रखते हैं तब हमें मंदी अर्थात बेयरिश वाले पेटर्न्स को चार्ट पर ढूंढना होता है।

bullish engulfing pattern in hindi | bullish engulfing pattern kya hota hai?


Bullish Engulfing Pattern यह दो कैंडलेस्टिक पेटर्न है, जिसमें down trend के दौरान पहली एक लाल (Red) कैंडल बनती है, लेकिन उसके बाद अगली कैंडल बड़ी सी हरी (green) कैंडल बनती है।अर्थात दूसरी कैंडल पहली कैंडल को पूरी तरह से  Engulf  कर लेती है या ढक लेती है, जिसे स्टॉक मार्केट में Bullish Engulfing Pattern कहते हैं।

  1. यह कैंडलेस्टिक पेटर्न चार्ट पर जब भी बनता है तब ट्रेडिंग करने वाले किसी भी ट्रेड के लिए तेजी का संकेत होता है।
  2. अर्थात शेयर बाजार में अब तक जो भी डाउन ट्रेंड चल रहा था वह इस पैटर्न के बनने के बाद पूरी तरह से बदल चुका है और यहां से तेजी आने का बहुत अधिक संभावना होती है। 
  3. लेकिन इस पैटर्न के बनने के बाद भी हमें कन्फर्मेशन मिलने का इंतजार करना होता है।  जब तक इसकी प्रॉपर कंफर्मेशन नहीं मिल जाती है , तब तक आधे अधूरे बने कैंडल के ऊपर हम किसी भी तरह का ट्रेड नहीं करते हैं।
Image: well performed bullish engulfing  pattern

Engulfing Candlestick Pattern क्या होता हैं? 


  • दोस्तों कई बार नए ट्रेडर्स इस बात को समझ नहीं पाते हैं और Engulfing Candlestick Pattern को सुन कर असमंजस में पड़ जाते हैं।
  •  Engulfing Candlestick Pattern में दोनों ही पैटर्न bullish और bearish Engulfing Candlestick Pattern आते हैं ।
  • जिसमें bullish Engulfing Candlestick Pattern शेयर बाजार में down trend के दौरान बनता है और stock market में तेजी का संकेत देता है ।
  • bearish Engulfing Candlestick Pattern शेयर बाजार में up ट्रेंड के दौरान बनता है और stock market टॉप पर बनने के बाद मंदी का संकेत देता हैं।
  • मार्केट में उस समय जो भी पैटर्न बनता है उसी के अनुसार ट्रेडर्स को अपने ट्रेड एग्जीक्यूट करने होते हैं और उसी के अनुरूप स्टॉप लॉस और टारगेट दोनों ही लगाने होते हैं।

engulfing candle meaning in hindi ! एनगल्फिंग पैटर्न का क्या अर्थ है?


स्टॉक मार्केट में एनगल्फिंग पैटर्न अप और डाउन ट्रेंड अर्थात् दोनों ही ट्रेंड के टाईम पर बन सकता हैं। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि पहली कैंडल को दूसरी कैंडल पूरी तरह से Engulf या कवर कर लेती है तब हम उस बने हुए पैटर्न को एनगल्फिंग पैटर्न कहते हैं।

जब शेयर बाजार में कोई भी स्टॉक down ट्रेंड में ट्रेड कर रहा हो तब अगर पहली रेड कैंडल को दूसरी ग्रीन कैंडल को पूरी तरह से कवर कर लेती है यह ढक लेती है।

तब इस पैटर्न इस बुलिस इंगुलफिंग पैटर्न कहते हैं। यहां से किसी भी स्टॉक में बहुत अधिक तेजी आने की संभावना बढ़ जाती है।

और ठीक इसके विपरीत जब कोई भी स्टॉक शेयर मार्केट में up ट्रेंड के दौरान बनने वाली पहली ग्रीन कैंडल को दूसरी रेड कैंडल पूरी तरह से देख लेती है तब हम इस पैटर्न को बेयरिश एनगल्फिंग पैटर्न कहते हैं।

जहां से शेयर बाजार में किसी भी स्टॉक में तेजी के साथ गिरावट आने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।

bullish engulfing पैटर्न पर ट्रेड कैसे करें ?


  • जब भी हमें किसी भी स्टॉक में Bullish engulfing pattern देखने को मिलता है, तब हमें स्टॉक मार्केट में Bullish trade ढूंढना चाहिए।
  • कोई भी ट्रेड लेने से पहले ट्रेडर्स को यह कंफर्म कर लेना चाहिए कि यह Bullish engulfing pattern पूरी तरह से ठीक तरीके से बन चुका है। और इसकी confirmation  पूरी तरह से मिल चुकी है।
  • तभी प्रॉपर तरीके से एंट्री करना चाहिए और स्टॉप लॉस को जरूर लगाना चाहिए ताकि अगर फेक एंट्री या फिर फेक ब्रेक आउट भी हो तब भी हमें अत्यधिक लॉस नहीं भूगतना पड़े।
  • टारगेट को 1:1 या 1:2 में रखना चाहिए और जैसे-जैसे हम टारगेट के पास पहुंचते हैं वैसे-वैसे ही स्टॉप लॉस और टारगेट को आवश्यकता अनुसार ट्रायल जरूर करना चाहिए।

F&Q


1. bullish engulfing kya hota hai?

Bullish engulfing स्टॉक मार्केट में होने वाले उलट फिर को इंगित करता है। डाउन ट्रेंड के दौरान जब शेयर मार्केट में रेड कैंडल को ग्रीन कैंडल पूरी तरह से कवर करने के बाद अपने हाई प्राइस को क्रॉस करके ऊपर जाता है जिसे Bullish engulfing pattern पैटर्न कहते हैं.

2. क्या यह बुलिस रिवर्सल का साइन है?

जी हां जब स्टॉक मार्केट में इसकी कन्फर्मेशन प्रॉपर मिल जाती है तब इसे हम डाउन ट्रेन से अप ट्रेंड में बुलिस रिवर्सल पैटर्न मानते हैं।

3. क्या बूलिश इंगल्फिंग पैटर्न बनने के बाद sl लगाना चाहिए? 

जी हां, हमें भले ही अच्छी सी कंफर्मेशन मिल जाए लेकिन बावजूद उसके sl लगाना बहुत आवश्यक है क्योंकि कई बार ऑपरेटर रिटेलर्स को ट्रैप करने के लिए ऐसा जाल बिछाते हैं और वह fake ब्रेक आउट हो सकता है।

4. बुलिस इंगुलफिंग पैटर्न पर किस तरह का ट्रेड करना चाहिए ?

बुलिस इंगुलफिंग पैटर्न पर सभी ट्रेडर्स को ट्रेड के अनुसार ही ट्रेड करना चाहिए यह तेजी का साइन होता है इसलिए खरीददारी की और इशारा करता है।

5. क्या बुलीस इंगुलफिंग पैटर्न किसी भी स्टॉक को खरीदने का इशारा करता है? 

बुलीस इंगुलफिंग पैटर्न स्टॉक मार्केट में बनने वाले महत्वपूर्ण पेटर्न्स में से एक हैं जो किसी भी इंडेक्स या स्टॉक में बनने पर तेजी और खरीददारी का संकेत देता है।

निष्कर्ष

दोस्तों शेयर बाजार खतरों से भरा हुआ है इसमें कदम रखना मतलब अपनी जान को जोखिम में डालने के बराबर हैं। अतः हम यहां पर आपको सिर्फ स्टॉक मार्केट की जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। 

हम किसी भी तरह का ट्रेड करने की सलाह नहीं देते हैं और ना ही हम इसके लिए एलिजिबल हैं क्योंकि कोई भी स्टॉक को खरीदना और बेचना जैसी सलाह सिर्फ SEBI रजिस्टर्ड सलाहकार ही दे सकते हैं।

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