हेलो दोस्तों, जय श्री राम🙏 मैं मेरे Blog www.sharemarketaz.com पर आप सभी का स्वागत करता हूं। यदि आप भी स्टॉक मार्केट में बिगनर ट्रेडर है तब आपके लिए यह पोस्ट बहुत अधिक कारगर साबित होने वाली है क्योंकि आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको स्टॉक मार्केट में बनने वाले कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न में से एक चार्ट पेटर्न बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
क्योंकि सीख कर शेयर बाजार में काम करने वाला खिलाड़ी होता है और बिना सीखे ही सीधा स्टॉक मार्केट में कदम रखने वाला एक सट्टाबाज की तरह होता है।
Bearish Harami Candlestic Chart Pattern क्या होता है?
शेयर बाजार में बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न का काफी योगदान होता है जब भी हम ट्रेडिंग करते हैं। तब यदि लाइव मार्केट के दौरान यह पैटर्न नजर आता है तो ट्रेंडर अपनी ट्रेड को बनाकर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
जब कोई भी स्टॉक या इंडेक्स up ट्रेंड के दौरान अपने high price पर होता है, और रेजिस्टेंस लेवल के आसपास एक पहली बड़ी ग्रीन कैंडल बनती है और उसके तुरंत बाद दूसरी कैंडल बहुत छोटी रेड कैंडल बनती है जो की पहली कैंडल की मुख्य बॉडी के अंदर ही समाहित हो जाती है या उसका 50% हिस्सा ही कवर करती है जिसे स्टॉक मार्केट में बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न ( Bearish Harami Candlestic Chart Pattern ) कहते हैं।
बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न बनने के बाद भी हमें और भी कई चीजों को देखना होता है क्योंकि सिर्फ एक ही पैटर्न को देखकर हमें प्रॉपर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। उसके अलावा और भी संकेत मिलना चाहिए कि जिस लेवल से हमें एक पैटर्न मिला है वहां से उसके अलावा और भी संकेत मिले, की मार्केट यहां से नेगेटिव होने वाला है.
दूसरा रेजिस्टेंस लेवल के आसपास यह पैटर्न बनने के बाद का ब्रेकडाउन और प्रॉपर कंफर्मेशन मिलना आवश्यक है शेयर मार्केट में वॉल्यूम तथा कुछ इंडिकेटर भी है जो हमें यह बताते हैं कि यहां से स्टॉक मार्केट नेगेटिव होने वाला है।
अतः जब हमें इस बात का पूर्ण संकेत मिल जाता है कि एक के अलावा हमें और भी कई सारे संकेत मिल रहे हैं, तब हमें वहां से अपनी ट्रेड मार्केट के अकॉर्डिंग बनाना चाहिए और उसके बाद स्टॉप लॉस लगाना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह हमें उस होने वाले अधिक Loss से बचाता है जो कभी मार्केट के उल्टा डायरेक्शन पर जाने के बाद होता है।
Bearish Harami Candlestic Chart Pattern की मुख्य विशेषताएं
जब भी कोई trader स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के संदर्भ में आता है तब वह इस बात को हमेशा याद रखता है, कि उसके ट्रेडिंग का आधार क्या है और उसे कब तक उस ट्रेड से निकलना है और कब तक उसे trade में बने रहना है उसके लिए उस पैटर्न की मुख्य विशेषताएं नीचे दी गई है।:
- बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न शेयर बाजार में एक अप ट्रेड के बाद रेजिस्टेंस लेवल के आसपास Top पर बनना आवश्यक होता है, क्योंकि यह रेजिस्टेंस के पास बना होगा तो बेहतर तरीके से काम करेगा अन्यथा उतना कॉन्फिडेंशियल नहीं होता है।
- इस पैटर्न में पहली ग्रीन कैंडल काफी बड़ी होती है और दूसरी कैंडल gap down के साथ खुलती हैं। पहले कैंडल की मुख्य body के बीच में ही समाहित रहती है या पहले कैंडल की 50% तक की बॉडी को ही cover करती है।
- यदि यह पैटर्न स्टॉक मार्केट में बीच में कहीं भी बनता है तब उतना कारगर नहीं होता और उसके आधार पर हमें ट्रेड नहीं करना चाहिए क्योंकि यह हमारे टारगेट तक नहीं पहुंच पाएगा या स्टॉप लॉस को हिट कर देगा।
- यदि इस पैटर्न की सही से कन्फर्मेशन मिल जाती है तब हमें pe साइड का ट्रेड मिलता है और हम लाइव मार्केट के दौरान किसी भी स्टॉक या इंडेक्स में pe साइड की put ऑप्शन को खरीद लेते हैं।
- इस पैटर्न के बनने के बाद जब भी हमारी एंट्री put साइड में होती है तब हमें स्टॉप लॉस पहले कैंडल का high प्राइस लगाना चाहिए।
- एक बार इस पैटर्न में entry करने के बाद हमें स्टॉप लॉस और टारगेट को लगा देना चाहिए और समय-समय के अनुसार दोनों को ट्रायल जरूर करना चाहिए।
इस पैटर्न का नाम बेयरिश हरामी क्यों पड़ा?
यह पैटर्न मार्केट में किसी भी स्टॉक के टॉप पर बनता है और वहां से बेयरिश अर्थात नेगेटिविटी का संकेत देता है इसलिए इसे कहते बेयरिश हरामी हैं।
दोस्तों यह नाम हमारे भारत का नहीं है बल्कि यह नाम तो जापानी शब्द है । इसका आसान भाषा में नाम या इसकी तुलना एक प्रेग्नेंट लेडी से की गई है, जिसका आकार ठीक उसी तरह से दिखता है जैसे इस पैटर्न में कैंडल की फॉर्मेशन होती है।
मगर इस पैटर्न का नाम सुनकर किसी को भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि यह जापानी शब्द है और इसका सीधा सा अर्थ गर्भवती औरत से लिया गया है जो कि इस पैटर्न के बनने पर प्रतीत होता है।
FAQ
Q. बेयरिश हरामी पैटर्न पर कौन सी ट्रेड बनती है?
Ans. बेयरिश हरामी पैटर्न पर pe अर्थात put साइड की trade बनती हैं।
Q. Bearish Harami Candlestic Chart Pattern कहां बनता है?
Ans. Bearish Harami Candlestic Chart Pattern लाइव मार्केट में up trend के दौरान मार्केट के Top पर बनता है।
Q. Bearish Harami Chart Pattern की क्या कंडीशन है?
Ans. Bearish Harami Chart Pattern के अंतर्गत पहली ग्रीन कैंडल काफी लंबी और बड़ी होनी चाहिए तथा दूसरी कैंडल red हल्के gap डाउन के साथ पहली कैंडल के अंदर ही समाहित होनी चाहिए या 50% तक ही कवर करना चाहिए ।
Q. what is bearish harami pattern ?
Ans. At the top of the market at resistance level performing a first big green candle and second red candle between first green candle is called bearish harami pattern. This is the trend reversal candle at the top of the market in negative direction.
Q. मंदी हरामी कितनी सही है?
Ans. बेयरिश हरामी लाइव मार्केट में संभावित उलट फेर होने का संकेत है जो की टॉप पर बनता है। जहां से ट्रेड रिवर्सल होकर नेगेटिव डायरेक्शन में जाने की पूरी संभावना होती है।
Q. क्या मंदी में खरीदना अच्छा है?
Ans. जब शेयर बाजार में मंदी चल रही हो तब खरीदना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है, लेकिन निवेश करने के लिए एक बेहतर अवसर हो सकता है यदि यह मंदी के दौरान सपोर्ट से बुलिस सिग्नल देता है तब इसमें लॉन्ग टर्म के लिए खरीदारी कर सकते हैं।
Q. मंदी की विधि क्या है?
Ans. मंदी की विधि के अंतर्गत वित्तीय परिसंपत्ति, शेयर बाजार या कोई निश्चित स्टॉक नीचे की ओर जाने वाला है, अर्थात उसमें संख्यिकीक रूप से मूल्य में कमी आने वाली है, या यूं कहा जाए कि वित्तीय हानि होती है, तब इसे मंदी की विधि कहते हैं।
सारांश
दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से बेयरिश हरामी कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में बहुत अच्छे से समझाया गया है और जहां तक मुझे लगता है इसमें वह सभी जानकारी उपलब्ध करवाई है जो ट्रेडिंग के दौरान काम आती है और जिन्हें ध्यान में रखकर ही लाइव मार्केट में ट्रेड करना चाहिए। तो आशा करता हूं इस पोस्ट के माध्यम से आपको उचित शिक्षा और ज्ञान मिलेगा। किसी भी डाउट के लिए कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें धन्यवाद सहित।