Demat account in stock market in hindi / डिमैट अकाउंट क्या होता है?

जय श्री राम , दोस्तों हम साप्ताहिक बेस पर लगभग एक पोस्ट लेकर आते हैं और आप लोगों को स्टॉक मार्केट से संबंधित अलग और नई-नई जानकारी देते हैं, जिससे आप लोगों को खासकर बिगनर्स को बहुत अधिक सहायता मिलती है स्टॉक मार्केट की अच्छी सी जानकारी मिलती है जिसके देश पर वह भविष्य में स्टॉक मार्केट में निवेश और trading कर सकते हैं। 

तो दोस्तों आज के इस टॉपिक का नाम है डिमैट अकाउंट क्या होता है?

डिमैट अकाउंट खोलने के लिए ब्रोकर की आवश्यकता क्यों पड़ती है, डिमैट अकाउंट के बारे में A to Z आसान भाषा में सीखने के लिए आगे बढ़ते हैं यहां निम्न टॉपिक्स पर जानकारी दी जा रही है।

डिमैट अकाउंट क्या होता है ?


    डिमैट अकाउंट क्या होता है इसे आसान भाषा में समझने के लिए हम जैसे बैंक में रुपए रखने के लिए हमारे पास बैंक अकाउंट होना चाहिए ताकि हम रुपए आसानी से जमा और निकासी कर सकें।

    डीमैट एकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होता है जो किसी भी निवेशक द्वारा खरीदे गए स्टॉक का निवेश, म्युचुअल फंड, sip, bonds आदि वित्तीय उत्पादों को स्टोर करने की सुविधा उपलब्ध करवाता है। जिसे साधारण भाषा में डीमैट अकाउंट कहा जाता है।

    ठीक इसी तरह शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए Demat Account डिमैट अकाउंट आवश्यक है, जिसमें खरीदे गए किसी भी कंपनी के share रखे जाते हैं।




    Mutual fund में किया गया लेनदेन भी डिमैट अकाउंट में show किया जाता है दिखाया जाता है जो एक तरह से Electric form में होता है।

    SIP या अन्य किसी भी तरह का निवेश डिमैट अकाउंट में इलेक्ट्रिक फॉर्म में दिखाया जाता है जो कि निवेशक को किसी भी ब्रोकर के अंदर खोले गए, डिमैट अकाउंट में दिखाई देता है। 

    Image डीमैट एकाउंट में किसी स्टॉक का दिखाई देना।

    लेकिन किसी भी कंपनी के खरीदे गए शेयर की Authority NSDL और CDSL के पास होती है जो की पूर्णत: governmented हैं । NSDL और CDSL की ज्यादा जानकारी के लिए कमेंट अवश्य करें।

    Image: Full Form of CDSL & NSDL 

    किसी भी स्टॉक के निवेश पर उसको बेचते समय DP  चार्जेस सभी ब्रोकर द्वारा अलग-अलग राशि के रूप में दिया जाता है, जिसमें नाम मात्र का फर्क होता है किसी का कुछ अधिक और किसी का कुछ कमराशि रुपए में।



    DEMAT ACCOUNT में NSE और BSE का role क्या होता है ? 


    आइए इसको एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं जैसे मुझे FRUIT खरीदना है। तो सबसे पहले मैं मार्केट में जाऊंगा और फ्रूट का दुकान देखूंगा। और FRUIT खरीद पाऊंगा।

    दूसरा मुझे T Shirt खरीदना है तो मैं मार्केट में जाऊंगा और कपड़ों की दुकान पर जाकर T Shirt खरीद सकता हूं ।


    किसी भी कंपनी के share को buy और sell करने का माध्यम मार्केट में BSE और NSE ही हैं। भारत में अब तक यही दो EXCHANGE है , जिन पर trading उपलब्ध हैं।

    Full form of BSE 

    BSE - Bombay stock exchange

    Full form of NSE 

    NSE - National stock exchange


    Demat account क्यों बनाना चाहिए?


    आपको यह तो पहले से ही पता चल गया कि 


    • Share Market में investment करने के लिए।
    • Mutual Fund में invest करने के लिए करने के लिए।
    • SIP मैं इनवेस्ट करने के लिए।
    • किसी भी स्टॉक में लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए। 
    • Short term में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है।

    Demat account में Risk कितना है?


    1. यदि रिस्क की बात की जाए तो एक बार अपनी प्रोफाइल कंप्लीट करके डिमैट अकाउंट खोलने के बाद उसमें प्रॉपर सही तरीके से इन्वेस्टमेंट करना होता है। 
    2. यदि गलत तरीके से उसका उपयोग किया जाता है तो यह बहुत अधिक नुकसानदायक हो सकता है। वहीं अगर इसका सही तरीके से सीख कर उपयोग किया जाए तो निवेशकों के लिए बहुत अधिक लाभदायक हो सकता है।
    3. share market में पूरी जानकारी और विश्लेषण करके ही शेयर बाजार में लाख को प्राप्त किया जा सकता है। अन्यथा किसी भी टिप्स के चक्कर में अपना पैसा स्वयं ही बर्बाद करना होता है।
    4. क्योंकि यदि किसी भी टिप्स का प्रयोग किया जाए तो वह दो-चार बार जरूर सही साबित होती है , लेकिन बाद जरूरी नहीं कि यह हर बार सही तरीके से कम करें। 
    5. यदि यह अपने अनुरूप नहीं चलती है तो इसके परिणाम बहुत ही गलत और नुकसानदायक साबित होते हैं। क्योंकि जो पैसा टिप्स के चक्कर में हमने दो-चार बार में कमाया है वह एक ही बार में समाप्त हो जाने का बहुत अधिक संभावना होती है।

    Demat Account डिमैट अकाउंट कैसे खुलवाएं ।


    वर्तमान समय में डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए बहुत ही सरल और आसान ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध होती है जहां पर कई ब्रोकर अपने प्लेटफार्म पर डिमैट अकाउंट ओपन करने का ऑफर देते हैं, इसके बदले में वह ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट पर अलग से चार्ज वसूल करते हैं। 

    डिमैट अकाउंट खोलने के लिए डॉक्यूमेंट



    इसके लिए सामान्य document 📄 की आवश्यकता होती हैं। जो कि हर किसी के पास आसानी से available होते हैं। जिनका विवरण हम नीचे दे रहे हैं।

    1. AADHAR CARD
    2. PAN CARD  
    3. BANK ACCOUNT 
    4. BANK ACCOUNT STATEMENT 6 MONTH 
    5. SELF SIGNATURE

    Demat Account डिमैट अकाउंट कहां खुलवाएं ? 


    आज इंटरनेट के दौर में डिमैट अकाउंट खोलने के लिए कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे-बैठे, ऑफिस में या कहीं से भी online Demat Account खोल सकते हैं।

    zerodha, dhan, up stock, , 5 पैसा, fyres, groww , Paytm money, m stock आदि ऐसे अनेक ब्रोकर हैं ,जिनके पास डिमैट अकाउंट आसानी से खोल सकते हैं जिस पर buy और sell करने के transaction के हिसाब से brokerage + other charges लगते हैं ।

    जिसके लिए online कई सारे एक से बढ़कर एक Broker उपलब्ध है। जो ट्रेडर्स को ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाते हैं। इसलिए आप पहले किसी भी ब्रो करके बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करने उसके बाद ही उसे ब्रोकर के साथ अपना अकाउंट खोले और ट्रेडिंग तथा इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।

    F&Q


    डिमैट अकाउंट किस broker के पास बनवाएं?

    सबसे पहले उस ब्रोकर का पता करें जो सबसे अच्छी सर्विस उपलब्ध करवा रहे हैं। उसकी services के बारे में अच्छी तरह से जाने। उसके बाद zerodha, dhan, up stock, , 5 पैसा, fyres, groww , Paytm money, m stock आदि ब्रोकर उपलब्ध है।

    क्या कुछ ब्रोकर hidden चार्ज भी लेते हैं?

    जी हां, स्टॉक मार्केट में उपलब्ध कुछ ब्रोकर हिडन चार्ज भी लेते हैं जिनका बाद में पता चलता है। इसलिए इस मामले में यदि आपके संपर्क में कोई इनका उपयोग करता है तो उनसे सलाह अवश्य लें ।

    डिमैट अकाउंट सबसे अच्छा कौन सा है?

    zerodha no. 1. पर आता है टॉप 5 डिमैट अकाउंट की लिस्ट में पहले नंबर पर zerodha आता है।

    एक शेयर को बेचने का कितना चार्ज लगता है?

    ब्रोकरेज शुल्क zerodha no. 1. पर आता है टॉप 5 डिमैट अकाउंट की लिस्ट में पहले नंबर पर zerodha आता है। ट्रांजैक्शन 0.01% से 0.5% तक लग सकता है या निवेश पर DP ( depository participant ) चार्ज लगता है। जो की DP charges के नाम पर सभी ब्रोकर अलग-अलग रेट वसूल करते हैं।

    क्या डिमैट अकाउंट में पैसा रखना जरूरी होता है?

    नहीं , डिमैट अकाउंट में खरीदे गए स्टॉक और म्युचुअल फंड आदि इलेक्ट्रिक फॉर्म में होते हैं जो हमें डिमैट अकाउंट में दिखाए जाते हैं। अलग से कोई पैसा नहीं रखना होता है।

    डिमैट अकाउंट में शेयर कितने दिन में आते हैं?

    T+2days अर्थात दो व्यावसायिक दिनों में किसी भी निवेश करता द्वारा खरीदा गया शेयर डिमैट अकाउंट में दिखाई देता है।


    summary: 

    यहां पर स्टॉक मार्केट में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रिक फॉर्म में उपयोग होने वाले डिमैट अकाउंट की जानकारी विस्तार से दी गई है । आशा करता हूं कि आप सभी इसका उचित उपयोग करके निवेश में अपनी भागीदारी बढ़ाएंगे, और सीख कर ही स्टॉक मार्केट में कदम रखेंगे। इस पोस्ट के माध्यमसे आप बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।

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