Future & Options Trading In stock market in hindi | F&O Trading In Hindi

जय श्री राम दोस्तों में अपने ब्लॉग पर आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं यदि आप भी फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग करते हैं तब आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। क्योंकि इसके बारे में सुनकर आकस्मिक ही एक निवेशक आकर्षित हो जाता है लेकिन जब वह ट्रेडिंग करता है तो उल्टा ही उल्टा होता है और परेशान होकर अपने आप को कोसना शुरू कर देता है।

इसीलिए मैं आज के इस एपीसोड में आपको ऑप्शंस ट्रेडिंग की पूरी स्ट्रेटजी बताने की कोशिश करूंगा और इसमें किस तरह की सावधानियां रखनी चाहिए, कौन-कौन से rules को फॉलो करना चाहिए आदि पर डिटेल्स में चर्चा करेंगे।


ऑप्शन ट्रेडिंग में क्या-क्या सीखना होता है ।


दोस्तों यदि आप भी स्टॉक मार्केट में ऑप्शंस ट्रेडिंग को करना चाहते हैं तो आपके मन में बहुत सारे विचार आ रहे होंगे। लेकिन ऑप्शंस ट्रेडिंग शुरू करने से पहले बहुत अधिक सीखने और समझने की आवश्यकता होती है जिसे आप हमारी इस पोस्ट के माध्यम से अच्छी तरह से सीख पाएंगे। 

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से पहले बनने वाले विभिन्न प्रकार के Chart Pattern, Strategy, Rules Technical And Analysis को फॉलो करना होगा जिससे हम स्टॉक मार्केट में अपने प्रॉफिट को बढ़ा सके और नुकसान को कम कर सकें। अर्थात अपने रिस्क रिवॉर्ड ratio को अच्छी तरह से समझ सकें।


फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या होती है ?


फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग F&O डेरिवेटिव कॉन्टेक्ट्स होते हैं जिसमें एक ट्रेडर अपनी पोजीशन को किसी भी स्टॉक, कमोडिटी और करेंसी में कम पूंजी के साथ अपनी बड़ी ट्रेड को एग्जीक्यूट कर सकता है।

Rules of Option Trading in stock market 

ट्रेडर्स को स्टॉक मार्केट में trading करते समय निम्नलिखित मुख्य पॉइंट्स को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए।


IMAGE: F&O Trading With Perfect Setup


Price Action 

Technical Analysis 

Volumes Analysis 

Risk Management 

Trading Psychology

Trade Management

Risk To Reward Ratio 

Sentimental Analysis

Trend Analysis 

Option Chain Analysis 

यदि कोई भी निवेशक स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के बारे में सोचता है तू ऊपर बताई गई Topics की फुल डिटेल में जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए क्योंकि इन्हीं के बेस पर एक अच्छा ट्रेडर बन सकता है।

F&O Trading In Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग  के नियम : –


  • F&O Trading derivatives की श्रेणी में आते हैं अर्थात इसका मतलब यह हुआ कि इनका अपना कोई एक स्टॉक नहीं है जिसकी कीमत निश्चित रूप से निर्धारित की गई हो। 
  • बल्कि यह वह समूह है जिसमें कीमत को निर्धारित किया जाता है। जैसे निफ्टी 50 और बैंक निफ़्टी आदि इसका उदाहरण है। 
  • जिनका कोई भी कॉन्ट्रैक्ट को आज खरीद कर भविष्य में कल, दूसरे दिन, सप्ताह बाद और महीने तक बेच सकते हैं।
  • F&O Trading ट्रेडिंग की बहुत अधिक लत लग गई है। निवेशक इसमें अंधाधुंध पैसा लगाते हैं और बहुत ही जल्दी अमीर बन जाना चाहते हैं। 
  • लेकिन यह इतना आसान नहीं होता है, यदि इतना आसान होता, तो हर कोई अमीर हो जाता।
  • अतः अब यह तो स्पष्ट हो जाता है कि इस स्टॉक मार्केट में बिना सीखे या बिना नुकसान के कभी भी अमीर नहीं हुआ जा सकता है। 
  • क्योंकि सीखने के लिए हमें कदम उठाना होगा और कदम उठाने के साथ ही नुकसान और फायदा दोनों ही झेलना होगा। 
  • इसके लिए नुकसान को कम करने के लिए स्टॉपलॉस लगाना होगा और फायदा अधिक लेने के लिए टारगेट को आगे शिफ्ट कर देना होगा।


Option Trading Important Rules in  hindi    


F&O Trading को सहज और सरल बनाने के लिए स्टॉक मार्केट में कई ऐसे नियम है जिनको एक निवेशक और ट्रेडर दोनों को ही फॉलो करना अनिवार्य है। तब आइए आगे बढ़ते हैं कि एक ट्रेडर ऑप्शंस ट्रेडिंग को वह कौन से नियम है जिन्हें अपना कर ट्रेडिंग को सरल और सहज बना सकता है।

1. Discipline Traders |  ट्रेडिंग में अनुशासन


स्टॉक मार्केट में  F&O Trading करते समय ट्रेडर को बहुत ही डिसिप्लिन होना चाहिए। ट्रेडर्स को इसमें एंट्री तभी करना चाहिए जब अपना प्रॉपर सेटअप किसी भी बेस पर बन रहा होता है और एक दिन में 1 या 2 ट्रेड ही करना चाहिए। यह ट्रेड तभी बनाना चाहिए जब अपना सेटअप कंफर्म बन चुका हो।

Image: Image Showing Perfect Discipline Trading 

  1. F&O Trading में ट्रेड लेने से पहले पूरी तरह से एनालिसिस कर के रणनीति बनानी चाहिए।
  2. स्टॉक में सेटअप को मार्केट खुलने से पहले ही एनालाइज कर लेना चाहिए। 
  3. ट्रेडिंग के समय एंट्री और एग्जिट पर अपने निश्चित रणनीति पहले से ही सुनिश्चित कर लेना आवश्यक है। 
  4. ट्रेड लेने से पहले ही उस ट्रेड में टारगेट और स्टॉप लॉस पहले से ही निर्धारित कर लेना आवश्यक है।
  5. किसी भी एक ट्रेड में एंट्री करने के बाद धैर्य बनाए रखना चाहिए जब तक या तो हमारा स्टॉप लॉस नहीं कट जाए या फिर हमारा टारगेट तक नहीं पहुंच जाए।
  6. अपने दिमाग में साइकोलॉजी को सकारात्मक रखना चाहिए जिससे हमारे ऊपर ज्यादा नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़े।


2. उधार या लोन के पैसों से कभी भी ट्रेडिंग नहीं करना।


स्टॉक मार्केट में नए-नए ट्रेडर्स जब सफर ट्रेडर्स की कहानी सुनते हैं तो अंधाधुंध पैसा उधार या लोन से लेकर मार्केट में आ जाते हैं । और फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं। इसमें उन्हें लॉस हो जाता है और फिर स्वयं को तथा दूसरों को कोसते हैं।

इस तरह से अपनी साइकोलॉजी को बिल्कुल खराब कर लेते हैं अतः किसी भी ट्रेडर्स को इस तरह से ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। ट्रेडिंग के लिए स्वयं का पैसा ही इस्तेमाल करना चाहिए अगर सक्षम नहीं हो तो ट्रेडिंग छोड़ देना चाहिए।


3. बिना नॉलेज के ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं करें ?


यदि किसी भी ट्रेंड को फ्यूचर एंड ऑप्शंस की ट्रेडिंग की नॉलेज नहीं है तब उसे बिल्कुल भी ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह एक आग में कूदने के समान होता है जिसमें जले बिना नहीं रह सकते। तू किसी भी ट्रेडर को बिना सीखे ऑप्शन ट्रेडिंग को बिल्कुल नहीं करना चाहिए। यदि फिर भी मन नहीं मान रहा हो तो निवेश करना उचित होता है नया ट्रेंड भी स्टॉक मार्केट में अच्छा सा स्टॉक ढूंढ कर निवेश कर सकता है लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग कभी नहीं करना चाहिए। ।


4. ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए कहां से सीखे ?


दोस्तों यदि कोई भी ट्रेडिंग के दौरान अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहता है और सीखना चाहता है तो ऑनलाइन प्लेटफार्म में उसे नाम की सर्चिंग करके गूगल पर सीख सकता है क्योंकि गूगल पर असंख्य जानकारी उपलब्ध है इसके अलावा यूट्यूब और कई ट्रेडर्स के अनेक यूट्यूब चैनल उपलब्ध है जो हर तरह की जानकारी उपलब्ध करवाते हैं।

यदि फिर भी नहीं समझ में आ रहा है तब यूट्यूब पर लाइव मार्केट के समय कहीं एनालिस्ट लाइव मार्केट में ट्रेडिंग के बारे में बहुत कुछ सीखा रहे होते हैं। पता है सीखना बहुत अधिक जरूरी है इसलिए जहां से भी जानकारी प्राप्त कर सके जान से भी सीख सके निवेशक को अवश्य सीखना चाहिए और उसके बाद ही ट्रेडिंग करना चाहिए। 

5. स्टॉप लॉस और टारगेट जरूर लगाए /Make Sure About Stop Loss And Target


किसी भी ट्रेड में एंट्री लेने के बाद सबसे पहले काम टारगेट और स्टॉप लॉस को लगा लेना होता है क्योंकि अपनी एनालिसिस कितनी भी अच्छी हो लेकिन फिर भी यदि मार्केट हमारे विपरीत दिशा में जाता है तो हमें स्टॉप लॉस बचाता है। और यदि मार्केट हमारी स्ट्रेटजी के अनुसार चलता है तो हमारा टारगेट हिट कर देता है। 

स्टॉप लॉस लगाने का मुख्य कारण है कि किसी ट्रेडर की एनालिसिस गलत साबित होती है तो एक लिमिटेड लॉस के अंदर ही वह उस ट्रेड से एग्जिट हो जाता है। 

6. ट्रेड लेने के लिए सपोर्ट और रजिस्टेंस का प्रयोग करें ।


एक डिसिप्लिन ट्रेड सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर बने हुए पैटर्न को बहुत अधिक महत्व देता है क्योंकि यहां से बहुत अच्छा कंफर्मेशन मिलता है। अतः ट्रेडर्स को सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर बनने वाले पैटर्न को अच्छी तरह से देखकर समझ लेना चाहिए कि हमें किस तरह की ट्रेड में एंट्री करना है।

7. Escape From Overtrading | ओवर ट्रेडिंग से बचे ।


स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के दौरान ओवर ट्रेडिंग बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि ओवर ट्रेडिंग से बहुत अधिक नुकसान या पूरा कैपिटल ही वाइफ आउट होने का खतरा होता है।

ओवर ट्रेडिंग से मतलब है कि जब एक या दो ट्रेड हो जाती है और उनमें लॉस होता है तब उस लॉस को कवर करने के चक्कर में trade पर ट्रेड करके कई ट्रेड कर दी जाती है इसे ओवर ट्रेडिंग कहते हैं। अगर ट्रेडर्स को ओवर ट्रेडिंग से बचना चाहिए।

8. Emotions And Fomo से बचे ।


ट्रेडिंग के दौरान इमोशंस एंड फोमो को दूर रखें। यदि ट्रेडिंग के दौरान उनकी एंट्री होती है तो पक्का ट्रेडर्स को नुकसान उठाना ही पड़ेगा और बहुत ही बड़ा नुकसान हो जाएगा। क्योंकि फॉमो traders को बार-बार trading उकसाता रहता है। 

इसलिए ट्रेडिंग के दौरान इमोशंस और fomo को कंट्रोल में रखना चाहिए और जब मूड ठीक ना हो तो ट्रेडिंग से दूर ही रहना चाहिए ताकि हमें इमोशंस के चक्कर में लॉस का सामना नहीं करना पड़े।

9. क्या ऑप्शन ट्रेडिंग एक जुआ है ? Future And Option Is A Gambling?


जब भी स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए बिना सीखे बिना जानकारी के ही एंट्री कर लेते हैं तब यहां हर हुए लोगों के लिए जुआ होता है क्योंकि वे स्टॉक मार्केट में भारी नुकसान कर चुके होते हैं ।

वरना लोगों के लिए तो यह बहुत बड़ा बिजनेस है। क्योंकि इसमें डिसिप्लिन तरीके से काम करके निवेशक मालामाल हो जाते हैं और बहुत अधिक पैसा कम कर अपना कारोबार बहुत बड़ा करते हैं तथा स्टॉक मार्केट में होने वाले लॉस को भी में बराबर हिस्सेदारी मानते हैं।

क्योंकि मार्केट किसी एक के अनुसार नहीं चलता है यह तो कभी सही तरीके से अपने स्ट्रेटजी और साइकोलॉजी के अनुसार चल जाएगा लेकिन कभी जब उल्टी बाजी मारता है तो भारी नुकसान करता है इसलिए इसमें स्टॉप लॉस लगाकर उस भारी नुकसान से बच जाते हैं।

Conclusion 


प्यारे पाठको आपके लिए फ्यूचर एंड ऑप्शंस की गाइडलाइंस तैयार की गई है जिसमें संपूर्ण सावधानी बरती गई है। मैं आशा करता हूं कि इसे पढ़ने के बाद आप पूरी तरह फ्यूचर एंड ऑप्शंस को समझ सकेंगे और यदि फिर भी किसी तरह की कन्फ्यूजन होता है तब आप कमेंट के द्वारा अपना सवाल पूछ सकते हैं।

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