जय श्री राम दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं कि हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न स्टॉक मार्केट में किस तरह से बनता है और इसका उपयोग स्टॉक मार्केट में कब किया जाता है। यह कैंडल बनने के बाद हम स्टॉक मार्केट में कौन सा ट्रेड बना सकते हैं और किन-किन जरूरी बातों का हमें ध्यान रखना होता है।
hammer candle stick pattern एक परिचय
हैमर कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न स्टॉक मार्केट में डाउन ट्रेंड के दौरान तब बनता हुआ दिखाई देता है जब बहुत अधिक समय से स्टॉक मार्केट में मंदी या डाउन ट्रेंड चल रहा हो और उसके बाद अगले दिन मार्केट flat या बहुत बड़े गेप डाउन के साथ ओपन होती है या ओपन होते ही बहुत अधिक नीचे की ओर गिर जाती है।
लेकिन धीरे-धीरे रिकवर करके अपने ओपनिंग price के आसपास आ जाती है , और क्लोजिंग के समय अपने हाई प्राइस और क्लोजिंग प्राइस लगभग दोनों बराबर से होते हैं और एक लंबी pin bar 📍 कैंडल बनती है जिसके बॉडी ऊपर की ओर बिल्कुल छोटी सी या नहीं के बराबर होती है जिसे स्टॉक मार्केट में हैमर कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न के नाम से जाना जाता है।
इस पैटर्न की बनावट इंग्लिश अक्षर T के जैसे बनती है। देखने से यह कैंडल एक हथोड़ा जैसी प्रतीत होती हैं। लेकिन मात्र ऐसी एक ही कैंडल के बनने पर हम अपनी ट्रेड को एग्जीक्यूट नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसके आगे भी हमें नियम और शर्तों का पालन करना होता है जिनका विस्तार से वर्णन आगे इसी आर्टिकल में करने वाले हैं। तो दोस्तों बने रहिए और पूरी पोस्ट को पढ़ते रहिए।
hammer candlestick pattern परिभाषा
हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न एक single candlestick pattern हैं जो डाउन ट्रेंड के दौरान, सपोर्ट लेवल के पास एक बहुत बड़ी पिन बार कैंडल बनती है, उस कैंडल का हाई प्राइस ब्रेक करके जैसे ही कोई भी एक स्टॉक, बाजार में ऊपर की ओर sustain होता है, वैसे ही ट्रेंड रिवर्सल का संकेत मिल जाता है जिसे स्टॉक मार्केट में " हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न " के नाम से जाना जाता है।
हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न बनने के लिए इसका उचित स्थान पर निर्माण होना आवश्यक होता है बीच में कहीं भी बनने पर इसका अधिक महत्व नहीं होता है। और यदि डाउन ट्रेन के दौरान यह पैटर्न बनने के बाद भी फाइनल कंफर्मेशन नहीं देता है तब यह पैटर्न फेल होता हुआ दिखाई देता है और यहां से हमें कोई भी रिवर्सल का संकेत नहीं मिलता है।
यदि किसी भी स्टॉक में down ट्रेंड के दौरान यह पैटर्न बनता हुआ दिखाई देता है लेकिन जब तक कंफर्मेशन नहीं देता है तब तक इसमें ट्रेडिंग नहीं करना होता। क्योंकि बिना कंफर्मेशन के यह वापस इस ट्रेंड को फॉलो करता हुआ दिखाई देता है जिसमें वह स्टॉक ट्रेडिंग कर रहा है।
hammer Candlestick Pattern बनने के पहले की साइकोलॉजी
किसी भी पैटर्न के बनने में उसकी साइकोलॉजी एक विशेष भूमिका निभाती है जो यह निर्धारित करती हैं कि इस पैटर्न पर ट्रेड करना उचित है या अनुचित।
एक hammer कैंडल bulls की तरह ऊपर जाने का संकेत देती है और यहां से निर्धारित करती है की यहां से bears का पोटेंशियल खत्म हो चुका है और मार्केट अब अपने ट्रेड से रिवर्स होने वाला है अर्थात यहां से किसी भी स्टॉक में बुल्स हावी हो जाते हैं और इस ट्रेंड को पूरी तरह से बदलकर bullish ट्रेंड बना देते हैं।
इसके अंतर्गत एक हैमर कैंडल के निर्माण में, Bull की तरह ऊपर जाने वाली बड़ी बॉडी बनती है। जिसकी accuracy बहुत ही अधिक होती है। इस पैटर्न को स्टॉक मार्केट में हैमर कैंडल कहा जाता है।
hammer candlestick pattern में ट्रेड कब लेना चाहिए ?
- hammer candlestick pattern के दौरान मार्केट में कंफर्म कर ले की hammer candle पूरी तरह से बन चुकी हो।
- hammer कैंडल बनने के साथ ही पूरी तरह से फाइनल कंफर्मेशन दे चुका होना चाहिए।
- hammer कैंडल एक हथोड़ा जैसा दिखाई देता है और इसमें ऊपर वीक नहीं या छोटी सी हो सकती हैं , जबकि नीचे बहुत लंबी विक बनती है और बॉडी ऊपर की ओर छोटी सी बनती है।
- इसके साथ ही अपनी ट्रेड को एग्जीक्यूट कर देना चाहिए और स्टॉप लॉस को साथ ही में लगा देना चाहिए।
- hammer candle stick पर ट्रेड बनने के साथ ही इस कैंडल का Low Price हमारी ट्रेड का stop Loss point होता हैं।
- hammer कैंडल पर एग्जीक्यूट की हुई ट्रेड पर अपना टारगेट भी सेट कर देना चाहिए, जो की 1:2, 1:3, 1:4 या इससे भी ज्यादा बड़ा ट्राइल करते हुए कर सकते हैं।
- Hammer कैंडल पर बने हुए ट्रेड पर टारगेट आने में थोड़ा समय भी लग सकता है लेकिन जब भी इसका टारगेट मिलता है तो बहुत बड़ा मिलता है।
- कोई भी ट्रेड करने से पहले अपने पेशेंस को बनाए रखें क्योंकि अपनी इच्छा के अनुसार टारगेट बहुत जल्दी आए, इसकी कोई गारंटी नहीं होती।
- और कभी-कभी स्टॉप लॉस भी हिट होता है जिसे स्वीकार करना होता है ना कि स्टॉक मार्केट से लड़ना।
hammer Candlestick Pattern के मुख्य बिंदु/विशेषताएं
स्टॉक मार्केट में जब भी हम कैंडलेस्टिक पेटर्न की बात करते हैं तब हमें कुछ मुख्य बिंदुओं का ध्यान अवश्य रखना होता है जिनका विवरण नीचे कर रहे हैं :–
- यह पैटर्न हमेशा डाउन ट्रेंड के दौरान किसी भी सपोर्ट लेवल के आसपास बनता हुआ दिखाई देता है।
- इस पैटर्न में शुरुआत में किसी भी स्टॉक की कीमत गिरती हुई दिखाई देती है उसके बाद रिकवर करके वापस same पॉइंट पर आकर क्लोजिंग देती है। तब hemmer कैंडल का निर्माण होता है।
- यदि यह कैंडल up ट्रेंड के दौरान High price लेवल पर बनता है तब वहां से स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिलता है। और इसे तब hammer candle नहीं मानते हैं।
- hammer pattern ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न होता है जो down ट्रेंड को सीधा up ट्रेंड में बदल देता है। इसका candle का आकार ठीक अंग्रेजी के अक्षर ‘ T ' आकार का होता है।
- hammer pattern इस बात को निर्धारित करता है कि अब किसी भी स्टॉक नहीं अपना निचला स्तर प्राप्त कर लिया है और यहां से ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है।
- हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न बनने पर हमेशा bullish trade बनता है। इसलिए यदि ट्रेड करना हो तो bullish trade को एग्जीक्यूट करते हैं।
- इसमें ट्रेड लेते समय ही stop Loss और target को निर्धारित कर लिया जाता है।
inverted hammer क्या होता है?
inverted hammer candle भी स्टॉक मार्केट में डाउन ट्रेंड के दौरान ही निर्मित होती है। इसमें कोई भी स्टॉक फ्लैट या पिछला क्लोजिंग पॉइंट के पास ओपन होता है और ओपन होने के साथ ही बहुत अधिक नीचे की ओर गिर जाता है। उसके बाद वह स्टॉक पूरा दिन इस एक रेंज में कंसोलिडेटेड होकर निकाल देता है। जिससे एक inverted hammer candle का निर्माण होता है।
क्योंकि यह कैंडल hammer कैंडल की विपरीत दिशा में बिल्कुल उल्टी बनती हुई दिखाई देती हैं। अर्थात यह छोटी सी बॉडी नीचे की ओर बनाती हैं तथा ऊपर की ओर बहुत बड़ी वीक होती हैं। इसलिए इसे इनवर्टेड हेमर के नाम से जाना जाता है ।
इसके बाद इसमें ट्रेड करने के लिए अगले दिन की कैंडल को ध्यान में रखकर ट्रेड करना होता है जो कि हमें यह संकेत देती हैं कि मार्केट यहां से down trend 📉 को रिवर्स कर रहा है या same पैटर्न को फॉलो करने वाला है।
सारांश
इस पोस्ट के माध्यम से हमने hammer candle stick चार्ट पेटर्न के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है जो कि पाठकों के लिए और ट्रेडर्स तथा इन्वेस्टर के लिए लाभदायक है। जरूरी नहीं कि इससे लोगों को प्रॉफिट ही होगा लेकिन ट्रेडर्स को बहुत कुछ नया सीखने को मिलेगा ।
अतः आप सभी हमारे साथ बने रहिए और नई जानकारी हासिल करते रहिए। किसी भी प्रकार की आशंका दूर करने के लिए कमेंट बॉक्स में आवश्यक कमेंट कीजिए।