जय श्री राम दोस्तों, आज के एपिसोड में मैं लेकर आया हूं एक रोमांटिक और बहुत अधिक महत्व रखने वाली टॉपिक – जिसका नाम है डिविडेंड ( Dividend ) अर्थात लाभांश। जिसका निवेशकों को बेसब्री से इंतजार रहता है तो आज आप लोगों के लिए इंतजार की घड़ी खत्म हुई है
जब भी निवेश करने की बात आती है उस समय डिविडेंड शब्द अक्सर सुनाई देता है।
What is dividend ? / डिविडेंड क्या है?
डिविडेंड एक प्रकार से कंपनी का मुनाफा है जो शेयरधारकों को दिया जाता है। यह उनका प्रॉफिट का हिस्सा होता है और आमतौर पर नकदी के रूप में दिया जाता है। कुछ कंपनियाँ bonus शेयरों के रूप में भी डिविडेंड देती हैं।
डिविडेंड कैसे मिलता है?
डिविडेंड प्राप्त करने के लिए कुछ सरल बातें हैं।
1. शेयर खरीदना (Buy Stocks )
पहले, एक निवेशक को डिविडेंड देने वाली कंपनी के शेयर खरीदने होंगे, वह depend करता है कि कंपनी वर्तमान में क्या काम कर रही है और भविष्य में कितना प्रॉफिटेबल रहेगी । तब निवेशक किसी भी स्टॉक ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म से शेयर खरीद सकते हैं।
2. रिकॉर्ड डेट (Record Date) का ध्यान रखें
डिविडेंड पाने के लिए एक निर्धारित तारीख होती है, जिसे स्टॉक मार्केट के अंतर्गत "रिकॉर्ड डेट" कहते हैं। इस तारीख तक आपको उस कंपनी के स्टॉक का शेयरधारक होना आवश्यक है। इस तारीख के बाद, उन्हीं निवेशकों को उस कंपनी का डिविडेंड मिलता है, जिनके पास उस कंपनी के स्टॉक होते हैं । और जिनके पास शेयर नहीं होते, उन्हें डिविडेंड नहीं मिलता।
3. डिविडेंड का ऐलान (Dividend Announcement)
जब कंपनी डिविडेंड का ऐलान करती है, तो शेयरधारकों को तय तारीखों पर डिविडेंड मिलता है। हालांकि यह डिविडेंड निवेशक के अकाउंट में कुछ दिनों के बाद credit होता है , यह आमतौर पर कैश के रूप निवेदक के रजिस्टर्ड खाता संख्या में प्राप्त होता है।
4. डिविडेंड भुगतान (Dividend Payment)
रिकॉर्ड डेट के बाद, निवेदक करता के रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में राशि ट्रांसफर हो जाती है, जो की रिकॉर्ड डेट के बाद से 15 दिन के भीतर ही बैंक अकाउंट में प्राप्त होती है ।
यह राशि उतनी ही मिलती है जितनी की रिकॉर्ड डेट में निर्धारित की हुई होती है। और यह सभी स्टॉक के लिए अलग-अलग निर्धारित होती है जो कि उसे स्टॉप की कंपनी के ऊपर डिपेंड करता है।
Types of dividend / डिविडेंड के प्रकार
डिविडेंड के कई प्रकार होते हैं। इन्हें जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है:
1. नकद डिविडेंड (Cash Dividend)
यह सबसे सामान्य तरीका है। कंपनी शेयर धारकों को मुनाफे का हिस्सा कैश के रूप में उनके रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में जमा करती है ।
2. शेयर डिविडेंड (Stock Dividend)
इसमें कंपनी शेयर धारकों को अतिरिक्त शेयर देती है। यानी, 1:1, 1:2, 1:4 , या फिर 2:1 , 4:1 आदि अनेक तरह से कंपनी अपने प्रॉफिट का हिस्सा शेयर होल्डर्स को प्रदान करती है।
3. आस्थायी डिविडेंड (Interim Dividend)
कंपनी साल के मध्य में डिविडेंड देती है। इसे अस्थायी डिविडेंड कहते हैं। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि जितने भी लिस्टेड कंपनियों हैं वह सभी डिविडेंड दे रही है ।
4. अंतिम डिविडेंड (Final Dividend)
What Is The Final Dividend / अंतिम डिविडेंड क्या है ?
जब कंपनी साल के अंत में अपने पूरे वित्तीय प्रदर्शन का आकलन कर लेती है, तब वह डिविडेंड का भुगतान करती है, जिसे Final Dividend / अंतिम डिविडेंड कहा जाता है।
लेकिन इसमें अधिकतर बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां ही डिविडेंड देती हैं। कई कंपनियां ऐसी भी होती है जिनका प्राइस तो काफी ज्यादा है लेकिन वह डिविडेंड साल में एक बार भी नहीं देती है या कुछ कंपनियां एक बार से ज्यादा डिविडेंड नहीं देती है।
डिविडेंड का महत्व (Importance of Dividend)
डिविडेंड केवल निवेशकों के लिए आय का एक जरिया नहीं है, बल्कि यह कंपनी की स्थिरता का भी संकेत है। अगर कोई कंपनी डिविडेंड दे रही है, तो इसका मतलब है कि कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन अच्छा है समय के साथ-साथ कंपनी अच्छा मुनाफा कमा रही है एवं इसके प्रोडक्ट की मार्केट में बढ़ती जा रही है। इसके अलावा:
1. स्थिर आय (Steady Income)
डिविडेंड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह एक स्थिर आय का स्रोत बन सकता है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो नियमित आय की तलाश में होते हैं।
2. शेयरधारक का विश्वास (Investor Confidence)
डिविडेंड देने से निवेशकों में कंपनी के प्रति विश्वास (Confidence) बढ़ता है। यह दर्शाता है कि कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा निवेशकों को लौटाने में सक्षम है।
3. पूंजी का पुनर्निवेश (Reinvestment of Capital)
निवेशकों को जो डिविडेंड प्राप्त होता हैं, उसे वे पुनः किसी भी बढ़िया कंपनी के शेयर खरीद कर उसमें निवेश कर सकते हैं जिससे निवेश करने वाले की पूंजी (Capital) बढ़ सकती है।
डिविडेंड प्राप्त करने के लिए क्या करें?
अगर आप चाहते हैं कि आपको डिविडेंड मिले, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा:
1. शेयर बाजार में निवेश (Invest in Stock Market)
आपको सबसे पहले शेयर बाजार में निवेश करना होगा। इसके लिए आपको किसी ब्रोकरेज फर्म के जरिए शेयर खरीदने होंगे।
2. कंपनी की रिकॉर्ड डेट (Company Record Date)
आपको यह जानना होगा कि कंपनी अपनी रिकॉर्ड डेट कब घोषित करती है। इसी तारीख तक आपको उस कंपनी का शेयरधारक होना जरूरी है। ताकि आप डिविडेंड के हकदार बन सकें।
3. निवेश की लंबी अवधि (Long-term Investment)
डिविडेंड पाने के लिए अक्सर लंबी अवधि तक निवेश करना पड़ता है। यह इसलिए क्योंकि डिविडेंड स्थिर कंपनियों से मिलता है। जो लंबे समय तक चलती हैं। इसके लिए आपको सिलेक्टेड बढ़िया कंपनियों के स्टॉक में निवेश करना होता है जिनकी भविष्य में कीमत भी बढ़ती है और उसके साथ-साथ डिविडेंड का अलग से प्रॉफिट भी मिलता है।
क्या डिविडेंड पर टैक्स लगता है?
जी हां, इस पर किसी प्रकार की शंका नहीं होना चाहिए, यह सत्य है की भारत में डिविडेंड पर टैक्स लागू होता है। लेकिन, आपको यह जानकर खुशी होगी कि टैक्स की दर कंपनी की स्थिति और डिविडेंड की राशि पर निर्भर करती है।
अगर किसी निवेशक को भारत में तय सीमा से अधिक डिविडेंड प्राप्त होता है, तो उस पर टैक्स अधिनियम लागू होता है और उसका टैक्स कटता है।
Why dividend is important for investor / डिविडेंड क्यों महत्वपूर्ण है?
1. निवेशकों के लिए आय (Income for Investors)
डिविडेंड निवेशकों के लिए एक अच्छा आय का स्रोत हो सकता है। खासकर जब शेयर की कीमतें ज्यादा नहीं बढ़ रही हों।
2. कंपनी की सशक्त स्थिति (Company's Financial Health)
जब कोई कंपनी डिविडेंड देती है, तो यह दर्शाता है कि कंपनी का मुनाफा अच्छा है। यह भी दिखाता है कि वह अपने शेयरधारकों के बीच उस मुनाफे को बांटने में सक्षम है।
Suggestion for receive dividend / डिविडेंड पाने के लिए निर्देश
अलग-अलग कंपनियां अपने प्रॉफिट का हिस्सा समय-समय पर तैयार धारकों को देती रहती है लेकिन इसके लिए कई नियम ( Terms And Conditions ) लागू होते हैं।
- 1. स्थाई डिविडेंड देने वाली कंपनियों की एक सूची तैयार करें।
- 2. selected कंपनियों के स्टॉक अपनी क्षमता के अनुसार एक निश्चित मात्रा में खरीदें।
- 3. समय-समय पर सिलेक्टेड कंपनियों की डिविडेंड "रिकॉर्ड डेट" पर नजर रखें।
- 4. जो कंपनियां अच्छा परफॉर्मेंस कर रही है और रिकॉर्ड डेट आने पर उन कंपनियों के स्टॉक और भी add कर लेना चाहिए।
- 5. उन कंपनियों के Result पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि, हमें उस कंपनी के परफॉर्मेंस की जानकारी पता चलती है, जिससे कि उस कंपनी के स्टॉक को अपने Portfolio में और अधिक add करना उचित है या नहीं।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो डिविडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करना एक अच्छा विचार हो सकता है। डिविडेंड आपको नियमित आय देता है। यह कंपनी की वित्तीय स्थिरता और प्रदर्शन का भी प्रमाण होता है।
इसलिए, अगली बार जब आप निवेश करें, तो डिविडेंड देने वाली कंपनियों पर ध्यान दें। अपने निवेश से अधिकतम लाभ प्राप्त करने की कोशिश करें।
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